पृष्ठ:ठाकुर-ठसक.djvu/१

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शंकर पुस्तकमाला-पुष्प ३ ठाकुर-ठसकन प्रसिद्ध कवि ठाकुर की अब तक प्राप्त सम्पूर्ण कविताओं का सबसे शुद्ध और बड़ा संग्रह। पुस्तक दिलने का सम्पादक- सहसागर, विनय पत्रिका, राम- चंद्रिका, रामचरित मानस, पझाषत आदि पुस्तकों के संशोधक लाला भगवानदीन 'दीन' प्रोफेसर हिन्दू विश्वविद्यालय, काशी। साहित्य भवन प्रकाशक- साहित्य सेवक कार्यालय, काशी। प्रथमावृत्ति श्री रामनवमी सं० मूल्य १६६३ विक्रमीय