पृष्ठ:दासबोध.pdf/१०४

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समास १] मूर्ख लक्षण। ॥ ३२ ॥ जो जुद्र, झूठा, लबाड़ी, कुकर्मी, कुटिल, और उर्मट हो, जो बहुत सोता तो वह मूर्ख है ॥३३॥ जो ऊंचे पर जाकर वस्त्र पहनता हो, बाहर चौहट्टे पर बैठता हो, सदा नंगे बदन देख पड़ता हो वह एक मूर्ख है ॥ ३४ ॥ जिसके वंत, पाखें, नाक, हाथ, कपड़े और पायें सदा मैले रहते ही वह एक मूर्ख है ॥ ३५ ॥ वैधृति और व्यतिपात श्रादि अनेक कुमु. हूतों में प्रवास के लिए चलता हो और अपशकुनों से अपना घात करता हो वह एक प्रकार का मूर्ख है ॥ ३६॥ क्रोध, अपमान और कुबुद्धि से सायं अपना वध करता हो और जिसमें दृढ़ बुद्धि न हो वह एक मूर्ख है ॥३७॥ अपने प्रेमियों को परम खेदित करता हो, उनसे सुख का एक शब्द भी न बोलता हो और नीच जनों की वन्दना करता हो वह मूर्ख है ॥ ३८ ॥ जो स्वयं अपनी बहुत प्रकार से रक्षा करता हो; परन्तु शरणा- गत का अनादर करता हो, तथा जो लक्ष्मी का भरोसा रखता हो वह भी एक मूर्ख है ।। ३६ ॥ पुत्र और दारा ही को सहारा मान कर जो ईश्वर को भूल गया हो वह एक सूर्ख है ॥ ४० ॥ जैसा किया जाता है वैसाही मिलता है यह तत्व जिसे नहीं मालूम है वह भी एक सूर्ख है ॥ ४१ ॥ स्त्रियों को पुरुप से अठगुना काम ईश्वर ने दिया है- (स्त्रीणामणगुणः कामः । ) अतएव जिसने कई विवाह किये हैं, वह एक मूर्ख है ॥ ४२ ॥ दुर्जन के कहने से जो मर्यादा छोड़ कर चलता हो, जो दिनदहाड़े आखें मूंद लेता हो-अथवा जो अच्छी बात को प्रत्यक्ष देखते हुए भी उस पर ध्यान नहीं देता वह एक मूर्ख है ॥४३॥ जो देवता, गुरु, माता, पिता, ब्राह्मण और स्वामी से द्रोह करता हो वह भी मूर्ख है ॥४४॥ दूसरे के दुःख में सुख मानता हो, दूसरे के सन्तोप में दुख मानता हो और गई हुई वस्तु का शोक करता हो वह मूर्ख है ॥ ४५ ॥ बिना आदर बोलना, बिना पूछे गवाही देना और निन्दनीय वस्तु का स्वीकार करना भी मूर्खता का लक्षण है ॥ ४६ ॥ जो किसीका महत्व घटाकर' बोलता हो, सन्मार्ग छोड़ कर चलता हो और जिसने कुकर्मियों से मित्रता की हो वह सूर्ख है ॥ ४७ ॥ सच्चाई कभी न रखता हो, हँसी सदा करता हो और दूसरे के हँसी करने पर जो लड़ाई के लिए तैयार हो जाता हो वह सूर्ख है ॥४८॥ जो अवघड़ होड़ लगाता हो, बिना काम बड़बड़ करता हो, अथवा बोलही न सकता हो, जैसे मुहँ बन्द हो, वह मूर्ख है ॥ ४६ ॥ जो न वस्त्र अच्छे पहने हो और न शास्त्र पढ़े हो और सभा में आगे जाकर बैठता हो और जो वंशवालों का विश्वास करता हो वह मूर्ख है ॥ ५० ॥ जो चोर से पहचान बतलाता हो, एक बार जिस वस्तु को देख -