पृष्ठ:दासबोध.pdf/१०९

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. दासबोध। [ दशक २ लटपटपन, ये सब कुविद्या की परम व्यथायें हैं ॥४-७ ॥ कुविद्यावान् प्राणी कुरूप होकर कुलक्षणी, अशक्त होकर दुर्जन, और दरिद्री होकर कृपण होता है ॥८॥ वह आलसी होकर बहुत खानेवाला, दुर्बल होकर क्रोधी और तुच्छ होकर लबाड़ होता है ॥ ६ ॥ वह मूर्ख और तापट, पागल और बकवादी तथा झूठा और मुहँजोर होता है ॥ १०॥ वह न जानता है और न सुनता है, न उसे स्वयं पाता है और न सीखता है, वह न तो खुद करता है और न अभ्यास-दृष्टि से देखता ही है ॥ ११ ॥ वह प्राणी अज्ञान और विश्वासी, छलवादी (शब्दच्छल से वाद करने- वाला) और दोप देनेवाला होता है; वह न स्वतः भक्त होता है और न भक्तों को देख सकता है ॥ १२ ॥ कुविद्यावान् मनुष्य पापी और निन्दक, कष्टी और घातक, तथा दुःखी और हिंसक होता है ॥ १३ ॥ हीन और बनावटी, रोगी और कुकर्मी, कृपण और अधर्म में वासना रखनेवाला मनुष्य कुविद्यावान् है ॥ १४ ॥ देह से हीन होकर भी, अकड़ दिखलाने- वाला, अप्रामाणिक होकर बड़ी बड़ी बातें करनेवाला, बेवकूफ और दुष्ट होकर विवेक बतलानेवाला कुविद्यावान है ॥ १५ ॥ शुद्र और मतवाला, बेकाम और फिरनेवाला तथा डरपोक होकर पराक्रम की बातें करनेवाला कुविद्यावान् समझना चाहिये ॥१६॥ जो छोटा होकर अतिशय गर्व करने- वाला हो, विषय में आसत्ता और नष्ट हो, द्वेषी और भ्रष्ट हो उसे कुविद्या- वान्' समझो ॥ १७ ॥ जो अतिशय अभिमानी होकर निलज्जा हो या जो कर्जदार और दुष्ट हो अथवा जो दंभ करनेवाला और अन्धाधुन्ध हो उसे कुविद्यावान मनुष्य समझो ॥ १८॥ जो कटुवचनी और विकारी हो, जो झूठा और कृतघ्न हो अथवा जो स्वतः अवलक्षण होकर सब प्राणियों को धिक्कारता हो उसे कुविद्यावाला प्राणी समझना चाहिये ॥ १६ ॥ जो मन्द- मति होकर वाद करनेवाला हो और जो दीनरूप होकर मर्म-भेद करने, वाला हो अथवा जो दुर्बल होकर कुशब्दों से दूसरों को दुःख पहुँचाता हो वह कुविद्यावान् पुरुष है ॥२०॥ जो कठिन वचन, कर्कश वचन, कपट के वचन, सन्देह के वचन, दुःख के वचन और तीव्र वचन बोलता हो और जो क्रूर, निष्ठुर तथा दुरात्मा हो उसे कुविद्यावान् समझो ॥ २१ ॥ हीन वचन, पिशुनवचन, अर्थात् मिथ्यापवाद, (Bad report or Slander) अशुभ वचन, अनित्य वचन, अर्थात् बदल जानेवाले वचन, द्वेष-वचन, झूठे वचन, ( Untrue or false report ) व्यर्थ वचन कहनेवाला और दूसरों को धिक्कारनेवाला कुविद्यावान् समझना चाहिये ॥ २२ ॥ जो अतिशय कपटी, कुटिल, मन में गांठ रखनेवाला, कुढ़नेवाला, टालमटोल करने-