पृष्ठ:दासबोध.pdf/१७१

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६० दालदोय। [दशक ४ चाहे विपत्ति हो और चाहे जैसी कालगति या पड़े, परन्तु नामस्मरण कमी न छोड़ना चाहिए ॥८॥ वैभव, सामर्थ्य, सत्ता, अनेक पदार्थ और बड़े बड़े सुख भोगते समय भी नामस्मरण न छोड़ना चाहिए ॥६॥ पहले वुरी दशा हो फिर अच्छी दशा हो, अथवा अच्छी दशा के बाद बुरी दशा हो-चाहे जैसा प्रसंग हो, परन्तु नाम न छोड़ना चाहिए ॥१०॥ भगवान् के नामों का स्मरण करने से संकट नाश होते हैं, विघ्न दूर होते हैं, और सद्गति मिलती है ॥ ११ ॥ भूत, पिशाच, नाना बाधाएं, ब्रह्मग्रह, ब्रह्मराक्षस, मंत्र-भ्रष्टता और नाना प्रकार के खेद नामस्मरण से नाश होते हैं ॥ १२ ॥ अखंड भगवन्नाम-स्मरण से विषबाधा हरती है, सम्पूर्ण रोग दूर होते हैं और अंतकाल में उत्तम गति मिलती है ॥ १३ ॥ वालपन में, युवा अवस्था में, कठिन समय में, बुढ़ापे में, सब समय में, और अंत समय मैं, नामस्मरण रहना चाहिए ॥ १४॥ नामस्मरण की महिमा शंकर अच्छी तरह जानते हैं । वे काशीजी में राम-नाम का उपदेश करते रहते हैं। रामनाम ही की बदौलत काशी को लोग सुक्तिक्षेत्र कहते हैं ॥१५॥ राम राम' का उलटा नाम 'मरा मरा' जप कर वाल्मीकि सहज ही मुक्त होगये और उन्हें इतना ज्ञान होगया कि सौ करोड़ श्लोकों में श्रीरामचन्द्रजी का चरित्र, उनके अवतार के पहले ही, रच लिया ॥१६॥ परमात्मा के 'हरि' नाम का जप करके प्रल्हाद मुक्त होगये, अनेक प्रकार के संकटों से बचे और 'नारायण' नाम जप कर पापी अजामिल भी पवित्र होगया ॥१७॥ नामस्मरण से पाषाण के समान जड़जीव तक तर गये! असंख्य भक्तों का उद्धार होगया और महापापी भी परम पवित्र होगये ॥ १८ ॥ परमेश्वर के अनन्त नाम, नित्य-नियमपूर्वक, स्मरण करने से लोग तर जाते हैं । नामस्मरण करने से यमयातना का डर नहीं रहता ॥१६॥ उसके हजारों नामों में से किसी एक ही नाम का भी स्मरण करने से जीवन सुफल हो जाता है, नामस्मरण करने से मनुष्य पुण्यश्लोक वन जाता है ॥ २० ॥ अनुष्य कुछ न करे, सिर्फ 'राम' यह नाम जपे, तो इतने ही से वह चक्रपाणि, परम रक्षक परमेश्वर, प्रसन्न होकर भक्त को संभालता है ॥ २१ ॥ जो सदा नाम-स्मरण करता है वह पुण्यात्मा है। राम' नाम से महा पापों के पर्वत नाश होते हैं ॥ २२॥ भगवन्नामस्म- रण की महिमा अगाध है-वर्णन नहीं की जा सकती! नामस्मरण से बहुत लोग मुक्त हो गये-स्वयं महादेव जी भी जब हलाहल से व्याकुल हुए तब राम नाम ही जप कर उस संकट से बचे ॥ २३ ॥ ब्राह्मण, क्षत्री, धेश्य, शूद्र, स्त्री, पुरुष, सब को, नामस्मरण का अधिकार है। नामस्म- 6