पृष्ठ:दासबोध.pdf/७८

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अनुक्रमणिका। समान्स पृष्ठ पहला दशका अन्यारम्भ-निरूपण 9 २ गणेशस्तुति ३ ३ शारदास्तुति ४ सहरु-स्तुति ५सन्तस्तुति श्रोताओं की स्तुति १० ७ कवीधर-स्तुति १२ ८ सभा-स्तुति १४ ९ परमार्थ-स्तुति १० नरदेह की स्तुति दूसरा देशका १ मूर्ख-लक्षण २१ २ उत्तम लक्षण ३ कुविद्या-लक्षण ४ भक्ति-निरूपण ५ रजोगुण-निरूपण तमोगुण-निरूपण ७ सतोगुण-निरूपण ८ सद्विद्या-निरूपण ९ विरक्त-लक्षण ४४ १० पढतमूर्ख के लक्षण तीसरा दशक। १ जन्म-दुःख-निरूपण २ खगुण-परीक्षा ( वालपन और युवावस्था ५३ ३ स्वगुण-परीक्षा ( दूसरे विवाह से दुर्दशा और सन्तानोत्पत्ति) ४ खगुण-परीक्षा (गृहस्थी के संकटों के कारण परदेश जाना) ६० ५ स्वगुण-परीक्षा (तीसरे विवाह से संकट और बुढ़ापे के दुःख) ६ आध्यात्मिक ताप ( शारीरिक और मानसिक रोग) समास आधिभौतिक ताप (चराचर भूतों दुःस मिलना) ८ आधिदैविक ताप (यम-यातनाएं)..७४ ९ मृत्यु-निरूपण ( मृत्यु से कोई नहीं बचता 50 बैसग्य-निरूपण ७९ चौथा दशक। १श्रवणभक्ति २ कीर्तनभक्ति CV इस्मरणभक्ति ८९ ४ यादसेवनभक्ति ९१ ५ अर्चनभक्ति ३ चन्दनभक्ति ७ दास्यभक्ति ८ सख्यभक्ति ९ आत्मनिवेदनभक्ति १०१ १० सृष्टिवर्णन और मुक्तिचतुष्टय पाँचवाँ दशक। १ गुरुनिश्चय (सद्गुरु-सेवा के विना मोक्ष नहीं) २ सद्गुरु-लक्षण ३ शिष्य-लक्षण ११३ १२० ५वहुधा ज्ञान १२२ शुद्ध ज्ञान का निरूपण १२५ ७.बद्ध-लक्षण १२९ ८मुमुक्षु-लक्षण ९ साधक-लक्षण १३४ १० सिद्ध-लक्षण छठवाँ दशक। १ परमात्मा की पहचान ...१४२ २ परमात्मा की प्राप्ति ... १४४ .३ माया की उत्पत्ति १४७ ४ माया का विस्तार १५० ... ४ मंत्र-लक्षण १३८