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ग्यारहवाँ अध्याय

चाण्डाल से भी बदतर-समाप्त।

क्लू क्स क्लान, जो प्रतिवर्ष कई बार सभी देशों के समाचार-पत्रों में प्रथम पृष्ठ के आकर्षक शीर्षकों में दिखाई पड़ता है, अमरीका की अपनी ख़ास उपज है। उस अमरीका की नहीं, जिसने व्हिटमैन और इमर्सन को उत्पन्न किया, बल्कि उस अमरीका की जिसने दूसरे प्रकार के नमूने जैसे बैविट, डब्लू॰ आर॰ हर्स्ट और कैथरिन मेयो को जन्म दिया।

अत्यन्त महत्त्वपूर्ण और सनसनी उत्पन्न करनेवाले क्लान के जो समाचार छन कर समस्त देशों में पहुँचते हैं उनमें हबशियों की नियम-विरुद्ध और निर्दयता-पूर्ण हत्याओं का वर्णन मिलता है। परन्तु वास्तव में क्लान हबशियों का वध करने के लिए केवल गुप्त-संघ ही नहीं है बल्कि यह अमरीका के समस्त मनोभावों का प्रतिबिम्ब भी है। यह अत्यन्त अत्याचार से युक्त अमरीका के प्रोटेस्टैंट सम्प्रदाय की राष्ट्रीयता का नमूना है। यह अपने से भिन्न सम्प्रदायों-कैथलिक, यहूदी और हबशी-पर अपना सिक्का जमाना चाहता है। कदाचित् कुछ पाठक जल्दी से यह न समझ सकेंगे कि वृणापात्रों की इस सूची में कैथलिकों को क्यों सम्मिलित कर लिया गया है। यह स्मरण रखना चाहिए कि अमरीका में कैथलिकों के विरुद्ध जो भाव है वह अभी पुराना नहीं हो गया। कैथलिकों की संख्यायें*[१] इतनी महत्त्वपूर्ण होते हुए भी अभी तक कोई कैथलिक ईसाई अमरीका के इतिहास में प्रेसीडेन्ट का पद नहीं


  1. *"१९२४-२५ के गिरजाघरों के वार्षिक विवरण के अनुसार १९२३ ईसवी में वहाँ १२,६१,००० कैथलिक ईसाई थे और २,८३,६६,००० प्रोटस्टैंट थे। यदि इनमें उन लेागों की संख्या भी जोड़ दी जाती जो प्रोटेस्टैंट सम्प्रदाय के साथ सहानुभूति रखते हैं यद्यपि उसके रजिस्टर में दर्ज नहीं हैं तो इसकी संख्या ८,००,००,००० के लगभग हो जाती।" ए॰ सीग फ़्रीड-कृत 'अमरीका कम्स आफ़ एज' (जोनाथन केप, १९२७) पृष्ठ, ३८