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पश्चिम में कामोत्तेजना

अमरीका की बालिकाएँ कितनी शीत्र शारीरिक यौवन प्राप्त कर लेती हैं यह जज लिंडसे के निम्नलिखित अङ्कों से स्पष्ट हो जायगा:––

"हमने मालूम किया कि ३१३ बालिकाओं में से २६५ बालिकाएँ ११ और १२ वर्ष की आयु में यौवनावस्था को प्राप्त हो गई थीं। इनमें से अधिकांश १२ वर्ष की अपेक्षा ११ वर्ष की ही आयु में युवती हुई थीं। ३१३ बालिकाओं को हम दो दलों में विभक्त कर दें तो हमें २८५ ऐसी मिलेंगी जो ११, १२ और १३ वर्ष की आयु में युवती हुई और केवल २८ ऐसी मिलेंगी जिन्होंने १४, १५ और १६ वर्ष में युवावस्था प्राप्त की।"

हेवलक एलिस का पूर्वी जर्मनी के सम्बन्ध में एक रिपोर्ट से उद्धरण देखिए[१]:––

"जब पुरुष-सङ्ग करने की बालिकाओं में ऐसी प्रवृत्ति है तब इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि बहुत से लोगों का यह विश्वास है कि १६ वर्ष की आयु के पश्चात् कोई बालिका अक्षत-योनि नहीं रहती।"

इसका अर्थ यह हुआ कि उल्लिखित योरपियन देशों की समस्त बालिकाएँ १६ वर्ष की आयु से पहले यौवना हो जाती हैं और कदाचित् अधिकांश इसके बहुत ही पहले ऐसी हो जाती हैं। अमरीका की स्कूल की बालिकाओं के सम्बन्ध में जज लिंडसे ने ऐसी ही बात कही हैं। यह हम ऊपर देख ही चुके हैं।

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जब वायु-मण्डल विषय-वासना से इस प्रकार घटाटोप है तब दाम्पत्य पवित्रता और संयम के रूप में सदाचार सम्बन्धी उन्नति की आशा करनी निरी काहिली है। अधिकांश योरपियन लेखकों के मतानुसार एक-विवाह-व्रत एक लुप्त गाथा के समान हो गया है। एलिस का कथन है[२]––'संसार के किसी भाग में बहुविवाह की प्रथा इतनी प्रचलित नहीं है जितना कि ईसाइयों से बसे देशों में। संसार के किसी अन्य भाग में बहु-विवाह के


  1. उसी पुस्तक से, पृष्ठ ३८७
  2. उसी पुस्तक से, पृष्ठ ४९३