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पश्चिम में कामोत्तेजना

कार्डों पर या तो चित्र होते हैं या नृत्य के फोटो होते हैं। जिनमें सम्भोग के समस्त अश्लील दृश्यों का चित्र में या लेख में वर्णन रहता है। सब बातों को हम यहाँ नहीं देना चाहते। कौतुक-प्रेमी लोग ब्लाच की पुस्तक देख सकते हैं।......"ये चिन्न और फोटो आदि फ्रांस, जर्मनी, वेलजियम और स्पेन में तैयार किये जाते हैं (विशेषकर वार्सीलोना में)[१]

व्यभिचार करने के लिए रबड़ के पुतलों का बनाना तथा अन्य रबड़ की चीज़ों का बनना भी एक इसी प्रकार का व्यवसाय है।

ये सब व्यवसाय विज्ञापन में बहुत कुछ व्यय करते हैं। मिस मेयो ने भारतीय सामाचार-पत्रों में, नपुंसकता आदि दूर करने के विज्ञापनों से यहाँ के निवासियों की दशा सिद्ध करने की चेष्टा की है। परन्तु पाश्चात्य देशों के समाचार-पत्रों में जो विज्ञापन प्रकाशित होते हैं वे इससे कहीं अधिक निन्दनीय होते हैं। डाक्टर ब्लाच ने अपनी पुस्तक में इनके नमूने[२] दिये हैं।

"विवाह-सम्बन्धी अधिकांश विज्ञापन अर्थलाभ या अन्य दिल-बहलाव के उद्देश्य से प्रकाशित कराये जाते हैं। और वास्तव में इन्हें 'व्यभिचार के विज्ञापनों' में ही समझना चाहिए। यद्यपि प्रत्येक सम्भव उपाधियों-द्वारा विज्ञापन-दाता लोग अपनी इस कृति को छिपा रखते हैं

"सत्ताइस वर्ष की एक युवती विधवा किसी ऐसे पदाधिकारी से दोस्ती करना चाहती है जो अपने कर्म और वचन से उसे सन्तुष्ट कर सके।"

"एक विदेशी युवती किसी ऐसे व्यक्ति का परिचय प्राप्त करना चाहती है जो एक क्षणिक-कठिनाई से उसे बचा सके।"

"एक अधेड़ व्यापारी दोस्ताना बर्ताव के लिए किसी ऐसी स्त्री का परिचय प्राप्त करना चाहता है जो देखने में सुन्दर हो। पतले शरीर की हो तो और भी अच्छा।"

"एक दूकानदार युवती जिसकी आयु २० और ३० वर्ष के बीच में है किसी अच्छे कुल के युवक के साथ मित्रालाप करना चाहती है।"


  1. उसी पुस्तक से, पृष्ठ ७३६-७।
  2. उसी पुस्तक से, पृष्ठ ७२३ और आगे।