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दुखी भारत

योरोपियन समाज के समस्त वर्गों में गर्भावरोध के समस्त उपायों का खूब प्रचार होने पर भी वर्तमान समय में गर्भपातों की संख्या बढ़ती ही चली जा रही है। एम॰ पाल ब्यूरो लिखते हैं[१]:—

"१९०५ ईसवी में डाक्टर डालरिस ने प्रसव-दात्री संस्था के सम्मुख कुछ अङ्क उपस्थित किये थे। 'उसके सात वर्ष पश्चात् बोसीकौट अस्पताल में गर्भपात और जीवित प्रसूत बच्चों की संख्या का समानुपात ७:७ था। उनकी संख्या का समानुपात १७:७ है।"

एक पाद-टिप्पणी में वे कहते हैं:—

"फिर भी एम॰ लुकास चैम्पोनियर (सर्जन) ने चैलेंज किया है कि ये अङ्क पर्याप्त नहीं हैं।"

पुनश्च[२]:—

"लायन्स निवासी प्रोफ़ेसर लैकस्सेग्न ने अपनी पुस्तक 'प्रेसिस डे मेडिसियन लिगेल' में लिखा है कि लायन्स में, प्रतिवर्ष १० हज़ार गर्भ गिराये जाते हैं। यह बात उन्होंने एक बड़े गम्भीर विवरण के आधार पर लिखी है। स्थानाभाव के कारण उसको यहाँ सविस्तर देना असम्भव है। अब जनसंख्या देखिए। यह लगभग ५,५०,००० है। और वार्षिक जन्म-संख्या ८,००० से ९,००० के बीच में है। उसी चिकित्सक के अनुसार प्रतिवर्ष गिराये जानेवाले गर्भों की संख्या ५,००० है। अर्थात् जन्म-संख्या की दो-तिहाई।


  1. उसी पुस्तक से, २६।
  2. वही पुस्तक, पृष्ठ २८।