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दो बहनें

आएगा जब वे माफ़ नहीं कर सकेंगे, उसका दिया हुआ अन्न ज़हर के समान लगेगा। अपनी मत्तता का परिणाम देखकर उन्हें लाज आएगी, दोष देंगे मदिरा को। यदि अन्त तक ऊर्मि की सम्पत्ति पर अवलम्बित होना आवश्यक ही हो जाय तो इस आत्मावमान के क्षोभ से वे ऊर्मि को प्रति मुहूर्त जला मारेंगे।

इधर मथुरा के साथ हिसाब करने से शशांक को अचानक मालूम हुआ कि शर्मिला का सारा रुपया उसके रोज़गार में डूब गया है। अब तक शर्मिला ने उसे यह बात बताई नहीं थी, मथुरा के साथ तै कर लिया था।

शशांक को याद आया नौकरी छोड़ने के बाद उसने कभी शर्मिला से ही रुपया लेकर कारबार जमाया आज कारवार नष्ट करके शर्मिला का ऋण सिर पर लादकर ही वह फिर नौकरी करने चला है। यह ऋण तो अब उतारा जा नहीं सकता; नौकरी की बँधी आमदनी से यह ऋण कभी चुकनेवाला नहीं है। नेपाल जाने में दस दिन को और देर है। वह रात भर सो नहीं सका। सबेरे छटपटाकर उठते ही आईने के सामने खड़ा हो गया और अचानक मेज़ पर मुक्का मारकर

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