पृष्ठ:दो सौ बावन वैष्णवन की वार्ता.djvu/७

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II १५० ? ... २ १ ३ . . . २ १६१ .. १६७ ...१७१ • २७३ ...१७२ १७८ . .. 3 . ...१८३ ..१८६ • २०५ ६ पक मोची २०७ .. ...२२४ .. २१७ १ ११२ एक चोर दिल्ही को ..( ? ) ११३ तानसेन, पात्मा को गवैया (बाह्मन) ११४ एक दलाल, निन्यानवे हजार रुपयावारौ (वैश्य) ११५ बेनीदास, दामोदरदाम, सूरत के (वैश्य) ११६ जनार्दनदास आगरे के (क्षत्री) ११७ ताराचदभाई (वैश्य) ११८ एक म्लेच्छ, महावन को (म्लेच्छ) ११९ एक क्षत्रानी, आगरे की (क्षत्री) १२० दोई भील ...(भील) १२१ पक ब्रजवामी को छोहरा, सकरघा को (गृजर) १२२ एक मन्यासी, कासी को (?) १२३ राजा आसकरन, नग्घरगढ के (क्षत्री) १२४ . (मोची) १२५ एक सेठ खरबूजा वागे . (वैश्य) १२६ एक वैष्णव, जाको श्रीगुमाईजो ईश्वर की महिमा कहे .( ? ) १२७ दामोदर झा वडनगर को .. (नागर ब्राह्मन) १२८ मधुसूदनदास . (क्षत्री) १२९ एक राजा, पूरब को, जो वैष्णव विना काहू तें रिझतो नाहीं (क्षत्री) १३० मुरारी आचार्य • (ब्राह्मन) १३१ एक वनिया वैष्णव, जाने भोग में चेली धरी ...(वैश्य) १३२ एक क्षत्री, जाकी द्रव्य श्रीयमुनाजी में पधगयो (क्षत्री) १३३ दोई भाई पटेल, जिनने देवी को कुओं में पटकी (पटेल) १३४ एक विरक्त गोकुल कौ, जाको एक क्षत्रानी सों स्नेह हतो १३५ एक क्षत्री वैष्णव आगरे को, वस्त्र की गाठि वारी - (क्षत्री) १३६ मेहा धीमर ...(धीमर) १३७ हृषिकेश आगरे के . (क्षत्री) १३८ एक पटेल, दराति वेत्रि के टका भेट कियो (पटेल) १३९ स्त्री-पुरुष, राजनगर के, गौहत्या वारे ( ? ) १४० हरिदास, मोहनदास (वैश्य) १४१ देवजीभाई, पोरबदर के (वैश्य) १४२ पक डोकरी, जाने दांतिन भोग में धरो (वैश्य) .२२१ २२३ e . २३१ vo ..२३२ ..२३४ or ... २३९ १ .. २४५ २५० २६७ १ १ . २८३ २८६ .२९१ ..२९५ .. १ ...२९७