पृष्ठ:द्विवेदीयुग के साहित्यकारों के कुछ पत्र.djvu/२१७

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पं० श्रीधर पाठक जी का पत्र पं० पद्मसिंह शर्मा के नाम २०३ आपके पत्र से आपकी भ्रातृ-बधू की असामयिक मृत्यु का शोक-समाचार सुन दुःख हुआ। आशा है आप इस दैव-दुर्वृत्त को समुचित धैर्य सहित सहन करेंगे। प्रयाग जब आप पधारें इसी दीन जन के स्वल्प कुटीर को विश्राम स्थान बना पवित्र कीजिएगा। वशंवद श्रीधर पाठक