पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१२३

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प को पुस्तक। ९१९ पवित्र भूमि है। ६। और उस ने कहा कि में नेरे पिता का ईश्वर अवि- रहाम का ईश्वर इज़हाक का ईश्वर और यअकब का ईश्वर हूं तब मूसा ने अपना मुंह छिपाया क्योंकि वुह ईश्वर पर दृष्टि करने से डरा। और परमेश्वर ने कहा कि मैं ने अपने लोगों के कष्ट को जो मिस में हैं निश्चय देखा और उन का चिल्लाना जो करोड़ों के कारण से है सुना क्योंकि मैं उन के दुखों को जानता हूं। और मैं उतरा हूं कि उन्हें मिनियों के हाथ से छुड़ाऊं और उस भूमि से निकाल के प्रच्छी बड़ी भूमि में जहां दूध और मधु बहता है कनानियों और हित्तियों और अमूरियां और फरजियों और इधियों और यसियों के स्थान में लाऊ॥ । और अब देख इसराएल के संतान का चिप्लाना मुझ लो श्राया और मैं ने बुह अंधेर जो मिसी उन पर करते हैं देखा। १० । से अब तू था और मैं तुझे फिरऊन पास भेजूंगा और तू मेरे लोग इसराएल के संतान को मिल से निकाल ला॥ ११। तब मसा ने ईश्वर से कहा कि में कौन हूं कि फिरजन पास जाऊं और इसराएल के संतानों को मिस्र से निकालं ॥ १२ । वुह बोला निश्चय मैं तेरे संग हंगा और तुझे भेजने का यह चिह्न होगा कि जब तू उन लोगों को मिस्र से निकाले तो तुम इस पहाड़ पर ईश्वर की सेवा करोगे ॥ १३ ॥ तब मूसा ने ईश्वर से कहा कि देख जब मैं इसराएल के संतान पास पहुंचं और उन्हें कहं कि तुम्हारे पितरों के ईश्वर ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है और वे ममें कहें कि उस का क्या नाम है तो मैं उन्हें क्या बताऊं ॥ १४ ॥ ईश्वर ने मूसा को कहा कि मैं हं जो हूं और उस ने कहा कि तू इसराएल के संतान से या कहियो कि वुह जो है उस ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है। १५ । फिर ईश्वर ने भूसा से कहा कि तू इसराएल के संतान से या कहियो कि परमेश्वर तुम्हारे पितरों के ईश्वर अविरहाम के ईश्वर इज़हाक के ईश्वर और थअकबके ईश्वर ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है सनातन लो मेरा यही नाम है और समस्त पीढ़ियां में यही मेरा सारण है। १६ जा और दूसराएलियों के माचीनों को एकट्ठा कर और उन्हें कह कि परमेश्वर तुम्हारे पितरों का ईश्वर अबिरहाम और इजहाक और यअकूध का ईवर या कहता हुआ मुझे [A. B. S.] 15