पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१३७

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को पुस्तक । १. पर्व परमेश्वर से बिनती करो कि अब आगे को परमेश्वर का शब्द और ओला न हो और मैं तुम्हें जाने दूंगा फिर आगे न रहोगे ॥ २९ । तब मूसा उसे कहा कि मैं नगर से बाहर निकलते हुए परमेश्वर के आगे अपने हाथ उठाऊंगा और गर्जना थम जायेगी और ओले भी न बरसजिमने तू जाने कि पृथिवी परमेश्वर ही की है ॥ ३० । परंतु मैं जानता हूं कि तू और तेरे सेवक अब भी परमेश्वर ईश्वर से न डरगे। ३१ । सेो ओले से सन और जव मारे पड़े क्योंकि जव की बालें आ चुकी थीं और सन बढ़ चुका था ॥ ३२। पर गाहूं और जांधरी मारे न पड़े क्योंकि वे बड़े न थे। ३३। और ममा ने फिरऊन पास से नगर के बाहर जाके परमेश्वर के आगे हाथ फैलाये और गर्जना और ओले थम गये और भूमि पर दृष्टि थम गई। ३४ । जब फिरजन ने देखा कि मेंह और ओले और गर्जना थम गया तो फेर दुष्टता किई और उस ने और उस के सेवकों ने अपना मन कठोर किया॥ ३५। और जैसा कि परमेश्वर ने मूमा की और से कहा था वैमा फिर ऊम का अंतःकरण कठोर रहा और उम ने इसराएल के मंतानों को जाने न दिया । १. दसवां पर्छ । फर परमेश्वर ने मूसा से कहा कि फिरजन पास जा क्योंकि में ने उस दिया है जिसने में अपने ये लक्षण उन के आगे प्रगट करू॥ २॥ और जिसने तू अपने पुत्र और पौत्रों को मेरे लक्षण और जो जो मैं ने मिस्र में किया बर्णन कर सुनाये जिसने तुम जानो कि परमेश्वर मैं ही हूं। ३ । सेो मूसा और हारून ने फिर जन पास आके उसे कहा कि परमेश्वर इबरानियों का ईम्पर यों कहता है कि कब ने तू मेरे आगे आप को नम्न करने से अलग रहेगा मेरे लोगों को जाने दे कि वे मेरी सेवा करें ४ । क्योंकि यदि न मेरे लोगों के जाने से नाह करेगा तो देख कल मैं तेरे मियानों में टिड्डी भेजूंगा ॥ ५। और वे प्रथिवी को ढांप लेंगी कि कोई एथिवी को देख न सकेगा और वे उस बचे हर को जो बालो से तेरे लिये बच रहे हैं खा जायेगी और हर एक वृक्ष को जो तुम्हारे लिये खेत