पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१६३

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२२ पचे] को पुस्तक। १५३ और मरा हुवा उम् का होगा ॥ ३७। यदि कोई बैल अथवा भेड़ चुरावे और उसे मारे अथवा बेंच तो बुह एक बैल के पाच बैल और एक भेड़ की चार भड़ें देगा। २२ बाईसवां पर्छ । यदि चार सेंध मारते हुए पाया जाय औऔर कोई उसे मार डाले तो उस की मंसी लोहन बहाया जायगा ।। २ । यदि सूर्य उदय हो तो उस की संतो लोह बहाया जायगा उचित था कि बुह उसे भर देता यदि बुह कंगाल हो तो अपनी चारौ के लिय बेचा जायगा ॥ ३ । यदि चोरी वस्तु निश्चय उम के हाथ में जोत्रत पाई जाय चाहे बैल है। चाहे गदहा चाहे भेड़ बकरी तो यह दूना देगा । ४ । यदि कोई खत अथवा दाख को बारी खिलावे और अपने पश उस में छोड़े और दूसरे के खेत में चराने तो अपना अच्छे से अच्छा खेत और सुंदर से सुंदर दाख की बारी उस की संती देगा॥ ५। यदि भाग फर निकले और कांटों में जा लगे एसा कि अनाज के ढेर अथवा बढ़ा हुअा चन अथवा खेत जल जाय तो जिस ने भाग वारी निश्चय बुह भर देगा। ६ । यदि कोई अपने परोसी को रूपा अथवा पात्र रखने को सेपि और उस के घर से चारीजाय तो जब बुह चार हाथ लगे तो बह दूमा भर देगा ॥ ७। यदि चार पकड़ा न जाय तो उस घर का खामी न्यायिया के आगे लाया जाय उस ने अपने परोसो की संपत्ति पर अपना हाथ बढ़ाया कि नहीं ॥ । समस्त प्रकार के अपराध में चाहे बेच चाहे गदहे चाहे भेड़ चाहे कपड़े चाहे किसी खाई जई बस्तु को जिसे दूसरा अपनी कहता है दोनों की बात न्यायियों के पास लाई जावे और जिस को न्यायो दोषी ठहरावे वुह अपने परोसो को दुना देगा॥ । यदि कोई अपने परोसो पास गदहा अथवा वैन अथवा भेड़ अथवा कोई पशु थानी रक्ले र बुह मर जाय अथवा अंग भंग हो जाय अथवा हांका जाय और कोई न देखें ॥ १०॥ नो उन दोनों के मध्य में परमेश्वर को किरिया लिई जाय कि उस ने अपने परोमी की पत्ति में हाथ नहीं बढ़ाया और उसका खामी मान ले तब बह उसे भर न देगा। ११ । गौर यदि बुद्द उस के पास से चुराया जाय [A. B. S.] 20