पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१७१

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की पुस्तक A और पांचों ओर एक दूसरे से जोड़ी हुई हो और पांच एक दूसरे से जोडी हुई हो। ४। और एक नोट के अंचल में मिलाने के खंट में नौले तुकमे बना और ऐसे ही दूसरी पोट के अंत खूट में मिलाने को और बना ॥ ५। एक ओट में पचास तुकमे बना और पचास तुकमे दूसरी ओट के मिलाने के खूट में बना जिम तकमे एक दूमरे में जुट जावें ॥ ६ । और सोने को पचास घुण्डी बना और उन्हीं घुपिययों से ओट को आई जिसने एक तंब हो जाय ॥ ७॥ और बकरी के बालों की और बना जिसने तंद के लिये ढोपन हो ग्यारह पो त बना॥ ८॥ एक ओट की लंबाई तीस हाथ और एक ओर की चौड़ाई चार हाथ होय ग्यारहों और एक ही नाप की हो। और पांच ओट को अलग जोड और छः बोट को अलग जोड़ और छठवौं ओट को तंबू के मान्ने दोहराव ॥ २० । और पचास तु कमे एक बोट के खूट में जो अंत के जोड़ में है और पचास तुकमे दूसरी ओर के जोड़ में बना॥ १९ और पीतल की पचास चुण्डियां बना और पुण्डियों को तुकमों में डाल और तंबू को मिला जिसने एक होने ॥ १२। और तंबू की पोटों के बचे हुए को आधी ओट जो बची हुई है तंबू के पिछली और लटकी रहे। १३ । और तंबू को ओटों की लंबाई से जो बचा हुअा हाय भर इधर और हाय भर उधर है तंबू के घटाटोप के लिये बना ॥ १४ । और नंबू के लिये एक घटाटोप मेदां के लाल रंगे हुए चमड़ों से और एक घाटोप सब के ऊपर नीले चमड़ां का बना । १५ । और नंबू के लिये शमशाद की लकड़ी से खड़े पार बना ॥ १६ । हरएक पाट की लंबाई दस हाथ चौड़ाई डेढ़ हाथ होवे। १७। और हर एक पाट में दा दो चूल हो कि एक दूसरे में किया जाय और यों तंबू के समक्ष पाटों में कर ॥ १८। और तब के लिये दक्षिण की ओर बीम पाट वना॥ १६ । और बीस पार्टी के नीचे चांदी के चालीस पाए दो दो पाए हर एक पार के नीचे उम की दोनों चूलों के लिय बना। २.। और तंव की दूसरी और के लिये जा उत्तर की है बीम पार ॥ २१॥ और उन के लिये चांदी के चालीस पाए एक पार के नोच हा पाए और दूसरे माट के लिये दो पाए बना ॥ २२। और तंब की पश्चिम छोर : पार बना । २३ । [A.B, SI IA 21