पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१७४

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१६४ याबा [२८पद । जोर की समस्त सेवा के लिये समस्त पात्र और उस के सब खूटे उस के और प्रांगन के समस्त खूटे पीतल के हो ॥ २० । और इसराएल के संतान को आज्ञा कर कि तेरे पास कूटे हुए जलपाई का निर्मल तेल लावें जिसने दोपक सदा बरा करे। २९ । बूंघट के बाहर जो साक्षी के आगे है मंडली के तंब में हारून और उस के बेटे सांझ से ले के बिहान माई परमेश्वर के धागे निन्य उन की पीढ़ी से पौढ़ी लो दूसराएल के संतानों के लिये यह विधि है। २८ अठाईमा पर्न पर दूसराएल के संतानों में से अपने भाई हारून को अपने पास ले जिसने युह और उस के बेटे नदव और अविह और इलिअजर और ईतनर याजक के पद में मेरी सेवा करें। २। और अपने भाई हारून के लिये और बिभव के लिये पवित्र बस्त्र बना।। ३। और उन समस्त बुद्धिमानों से जिन्हें मैं ने बुद्धि का आका दिया है कह कि वे हारून को पवित्र करने के लिये बागा वनावें जिसने वुह याजक मेरे लिये हो। ४। और वे य बस्त्र बनायें चपरास और एफौद और बागा और बूटा काढ़ी हुई कुरती और मुकुट और कटिबंध और वे पवित्र वस्त्र तेरे भाई हारून और उस के बेटों के लिये बनाये कि मेरे लिये याजक हो॥ ५। और वे सोना और नीला और बैंजनी और साल झीना कपड़ा लगे॥ ६। और वे एफोट को सोने और नौले और बैंजनी और लाल और बटे हुए मौने कपड़े से बूटा काढ़ा हुत्रा बनावें॥ ७। दो कंधे का जोड़ा उस की दोने औरों से मिले हुए हों जिसने यों मिलाया जाय ॥ ८। और बूटा काढ़ा हुअा एफोद का पटुका जो उस पर है उसी के कार्य के समान उसी से हो सोने और ना और बैंजनी और लाल और झीने बरे हुए सूती कपड़े से हो । हैं। और दो वैटूर्यमणि ले और उन पर इमराएल के संतानों के नाम खोद ॥ १। उन में से छ: के नाम एक मणि पर और शेष के छ: नाम दूसरे मर्माण पर उन की उत्पत्ति के विधि से हायें ॥ ११ । मणि के खोदवैये के कार्य से छापा के खोदने के समान दोनों मणि पर इसराएल