पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१७९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

को पुस्तक । का मेंदा हिलाया और उठाया गया है पवित्र कर ॥ २८। और हारून और उस के बरों के लिये और मब इमराएल के संतानों में यह बिधि मदा होगी इस लिय कि ये उठाये हुए बलिदान हैं और चाहिये कि सदा दूमराएल के सतानों से उम के कुशल के बलिदानों में से उठाये हुए बलिदान हो और यह उठाया हुआ बलिदान परमेश्वर के लिये है। २९। और हारून के पवित्र बस्त्र उप्त के पीछे उस के बेटों के कारण उन के अभिषेक के लिये हों कि वे उन में स्थापित हेावें ॥ ३०1 जो बेरा उस की सती याजक होवे जब वह मंडली के तंब में पवित्र सेवा करने को आवे तब वुह उन्हें सात दिन पहिने ॥ ३१ । और स्थापने का मेंढ़ा ले और उस का मांस पवित्र स्थान में उमिन ॥ ३२ । और हारून और उस के बट मेंढ़े का मांस और वुह रोटी जो टोकरी में मंडली के तंबू के द्वार पर है खावें ॥ ३३ । और जिन वस्तुन से प्रायश्चित्त हुआ कि उन्हें स्थापित और पवित्र करें वे खावे परंतु परदेशी न खावे क्योंकि पवित्र है॥ ३४ । और यदि स्थापित के मांस में से अथवा रोटी में से बिहाम लेो रह जाय तो बुह खाया न जाय परंतु जला देवं इस लिये कि पवित्र है । ३५ । और तू हारून और उस के बेटों को मेरी ममस्त आज्ञा के समान यों कीजिया सात दिन उन्हें स्थापित कोजियो । ३६ । और तू प्रतिदिन पाप के प्राय- चिन के कारण एक बैल को चढ़ाया और यज्ञवेदी को पवित्र करने को जब तू उस के लिये प्रायश्चित्त करे तो उसे पावन करने को अभिषेक कर। ३७। तू बेदी के लिये सात दिन प्रायश्चित्त करके उसे पवित्र कर और बुह अत्यंत पवित्र हो जायगी जो कुछ उसे कूये से पवित्र हो जायगा । ३८। यह तू यज्ञवेदी पर कोजियो पहिले बरस का देर मेम्ना प्रतिदिन नित्य चढ़ाइयो॥ ३८ । एक मेम्ना बिहान को और टूमरा मेम्ना सांझ को वलिदान कर। ४० । गह के पिसान का दसवां भाग जो जन्ल पाई के कटे हुए तीन पाव तेल से मिला हुआ हो और तीन पाय दाख रस एक मेना के माध पीने की भेट के लिये होय ॥ ४१ । और दूसरा मेम्ना सांझ की भेंट का और उसे विहान के मांम को भेंट के समान और पीने की भट के ममान परमेश्वर के सुगंध की बामना के लिये हम कर ॥ ४२ । हेम की भट तुम्हारी पीढ़ी से पीही ला मंडन्तो के तंबू के द्वार पर परमेश्वर के आगे [A. B. S.] 22