पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२१३

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की पुस्तक । २.३ पाप करे तो वह अपने अपराध के लिये अड में से एक निष्पवाट मेढद पवित्र स्थान के शेकल के समान चांदी के शेकल तेरे मास के ठहराने के समाग अपराध की भर के लिये ईमार के श्रागे लावे। १६ । और बुह उस अपराध के कारण जो उम ने पवित्र वस्तु म किया है पलटा दये और उस में से पांचवां भाग मिलाके याजक को देवे और याजक उस अपराध को भेट में से उस का प्रायश्चित करे और वुह क्षमा किया जायगा । १७। और यदि कोई प्राणी पाप करे और वही करे जो परमेश्वर की आज्ञायों से बर्जित है और यद्यपि वुह नहीं जानता था तथापि बुह अपराधी है बुह अपने पाप को भागेगा। । १८। और तेरे ठहराये हुए मेन के समान अपराध को भट के लिये एक निष्खोट मेढ़ा झुड में से याज पास लाये और याजक उस की अज्ञानता के कारण जिम में उस ने अंजान की चक किई और न जाना उस के लिये प्रायश्चित्त करे और बुह क्षमा किया जायगा ॥ १६। यह अपराध की भर है उस ने निश्य परमेश्वर के विरुद्ध अपराध किया है । फिर ६ छठवां पढ़। -फर परमेश्वर मूसा से कहके बोला ॥ २॥ कि यदि कोई पाणी पाप करे और परमेश्वर के विरुष्ट्र में अपराध करे और अपने परोसी की थाती में जो उस पास रकमी गई थी अथवा साझे में अथवा किमी बस्तु में जो बरबम लिई जाय अथवा अपने परोसी को कुल दिया है। ३। अथवा कोई बस्तु जो खाई गई थी पावे और उम के विषय में मठ बोले और मठो किरिया खाय दून मारी बातों से जो मनुष्य करके पापी हेोता है। सेो इस कारण कि उस ने पाप किया है और दोघी है बुह उमे जिसे उस ने बरबम लिया है अथवा जो उस ने कल से पाया है अथवा वह जो उस पाम थाती थी अथवा सोई हुई जो उस ने पाई है कर देवे। ५ । अथवा मब जिम के कारण उस ने झठी किरिया खाई है बुह मूल को भर देवे और पांचवा भाग उस में मिलावे और जिम का आता हा बुह अपने अपराध की भट के दिन में उस की फेर देवे ॥६॥ और परमेश्वर के लिये वह अपने पाप की भेंट झुड में से एक निष्खेर