पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२१४

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पास लावे ॥ फिर घुह लैव्यव्यवस्था मेढ़ा तेरे ठहराये हुए मेल के समान अपराध की भेट के लिये याजक ७। और याजक उसके लिये परमेश्वर के भागे प्रायश्चित करे और उस बात में उस ने जा काई अपराध किया है उस के लिये क्षमा किया जायगा ॥ ८। फिर परमेश्वर मूसा से कहके बान्ता । । कि हारून और उस के बेटों को आज्ञा कर कि यह होम कीट की ब्यवस्था है होम की भट इम लिये है कि वेदी पर रात भर बिहान लें जलाने के कारण है॥ १.। और याजक अपने सती बस्त्र पहिने और सूती जांधिया से अपना शरीर टांपे और राख को उठा लेवे जिसे आग ने होम की बेदी पर भस किया है और उसे बदी के पास रकटे ॥ ११। अपने वस्त्र उतारके दूसरे यस्त्र पहिने और टस राख को छावनी के बाहर एक पावन स्थान पर ले जावे ॥ १२ । और बेदी की भाग उस में जलनी र हे बुह कभी बुनाने म पाये और याजक उस पर लकड़ी हर बिहान जलाया करे और उस पर होम की भेंट चुने और उस पर कुशल की भर की चिकनाई जलावे ॥ १३। अबश्य है कि आग बेदी पर सदा जलती रहे चौर बुझने न पात्रे ॥ ९४ । भोजन को भेट को ब्यबस्था यह कि उसे हारून के बेटे बेदी के अागे परमेश्वर के लिये चढ़ावें ॥ १५ । और भेरजन को मेंट में से एक मुट्ठी भर पिसान और कुछ तेल में से और सब गंधरम जो उस भाजन की भट पर है उठा लेवे और उन्हें स्मरण के कारण परमेश्वर के अानंद के सुगंध के लिय बेदी पर जलाये ॥ १६ । और उस का उबरा हुआ हारून और उस के बेटे खावे वुह अखनौरी रोटी के माथ पवित्र स्थान में खाया जावे मंडली के तंबू के आंगन में उसे खावे ॥ १७। Jह खमीर के साथ न पकाया जावे में ने अपनी भेट से जो आग से बनी है उन के भाग में दिया है जैसी पाप की और अपराध की भट अत्यंत पवित्र है सी यह भी है ॥ १८। हारून के मंतान में से पुरुष उसे खावे यह परमेश्वर की भेट के विषय में जो भाग से बनी है तुम्हारी सदा की पीढ़ियों में यह अत्यंत पवित्र है। १८ । फिर परमेश्वर मूसा से कह के बोला ॥ २० । कि हारून और उम के बेटे को भेट जिसे वे अपने अभिषेक होने के दिन परमेश्रर के धागे भेट लाव से यह है ईफा का दसवां भाग चाखा पिसान भोजन की भेट