पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२१९

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को - पबं] बार छिड़का और वेदी और उस के सारे पात्र और शान पात्र और उस की चौकी को अभिषेक करके शुद्ध किया ॥ किया ॥ १२ और अभिषेक के तेल में से हारून के सिर पर डाला और उस को अभिषेक करके पबिब किया। १३ । और ममा हारून के बेटा को आगे लाया और उन्हें करती पहिनाई और उन की कटि पर परके बांधे और उन के सिर पर पगड़ो रक्खी जैमा कि परमेश्वर ने मूमा को आज्ञा किई ॥ १४। फिर पाप की भेंट के लिये बैल लाया और हारून और उस के बेटों ने अपने हाथ पाप की भेंट के बैल के सिर पर रकवे ॥ १५ । और उसे बलि किया और मूसा ने उस के लोहू को लिया और अपनी अंगुली सेबी के सौग पर चारों ओर लगाया और बेदी को पवित्र किया और लोहू को बेदी को जड़ पर ढाला और उसे पवित्र किया जिसने उस के लिये प्रायश्चित करे॥ १६। और उस ने सब चिकनाई जो बोझ पर और कलेजे पर की झिल्ली और दोनों गुर्दे और उन की चिकनाई लिई और मुसा ने बेदी पर जलाया ॥ १७॥ परंतु बैल को और उस की खाल को और मांस को और गोबर को छावनी के बाहर आग से जलाया जैसा कि परमेश्वर ने मूसा को आज्ञा किई॥ १८। फिर उस ने होम को भेट के लिये मेंढ़ा लिया और हारून और उस के बेटा ने अपने हाथ उस मेंढ़े के सिर पर रक्वे॥ १९। फिर उसे बलि किया मूसा ने वेदी के चारों ओर लोह छिड़का॥ २०॥ और उस ने मेंढ़े को टुकड़ा टुकड़ा किया और ममा ने सिर को और टुकड़ों को और चिकनाई को जलाया ॥ २१ । और उम ने बोझ और पांच पानी से धोया और मूमा ने सारे में को बेदी पर जलाया यह आग की भेंट परमेश्वर के सुगंध के लिये होम का बलिदान है जैसा कि परमेमार ने भूमा को याज्ञा किई। २२ । फिर वुह दुमरा मेंढ़ा अर्थात् स्थापित का मेंढ़ा लाया और और उम के बेरा ने अपने हाथ उस मेंढ़े के सिर पर रकवे ॥२३ । और उसे बलि किया और मूमा ने उस के लोहू में से लिया और हारून के दहिने कान की लहर पर और दहिने हाथ के अंगूठे और दहिने पांव के अंगूठे पर लगाया। २४ । फिर वुह हारून के बटों को लाया [A. B. S.] हारून 27