पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२३१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

१४ पर्ब की पुस्तक २२३ और आठवें दिन दो निष्वाट मेम्ना और पहिले बरम की एक निखोट मेढ़ा और चोखा पिसान तीन दसवे भाग वेल से मिला हुया और एक नपुत्रा नेल भोजन को भेंट के लिय लेवे ॥ २९। तब याजक जो पवित्र करता है उस मनुष्य को जो पवित्र किया जाता है उन वस्तु न सहित परमेश्वर के प्राग मंडली के नंबू के द्वार पर ले आवे॥ १२ । और याजक एक मेम्ना पाप के बलिदान के कारण उस नपा तेल समेत पास लावे और उन्हें हिलाने के बलिदान के लिये परमेश्वर के आगे हिलावे ॥ १३। और उस मेम्ना को उस स्थान पर जहां पाप की भेंट और होम की भेंट बलि किई जाती है पवित्र स्थान में बाल करे क्योंकि जैसी पाप की भेट याजक की है बेसी अपराध की भट है धुह अत्यंत पवित्र है। १४ । और याजक पाप की भेट का कुछ लोह लेके उस के जो पवित्र किया जाता है दाहिने कान की लहर पर और दहिने हाथ के अंगूठे पर और दाहिने पांव के अंगूठे पर लगावे ॥ १५॥ बार याजक उस नपुश्रा का कुक तेल लेके अपने बार हाथ की हथेली पर डाले ॥ १६ । और याजक अपनी दहिनी अगुली उस तेल में जो उस की बाई हथेली पर है डुबोवे और परमेश्वर के भागे सात बार अपनी अंगुली से कुछ तेल किड़के ॥ १७। और उस तेल में से जो उम की हथेली पर उदरा है उस मनुष्य के दहिने कान की लहर पर जो पविन किया जाना है और उस के दाहिने हाथ के अंगूठे पर और उस के दुहिने पांव के अंगूठे भर अपराध की भेट के लोहू को लगावे । १८। और याजक उम उबरे हुए तेल को जो उस की हथेली पर है उस मनुष्य के सिर पर जो पवित्र किया जाता है डाल देय और याजक उन के लिय परमेश्वर के आगे प्रायश्चित्त करे ॥ १६ । और याजक पाप की भेंट चढ़ावे और उस के लिय जो अपवित्रता से पवित्र किया जाता है पायश्चित करे उस के पीछे होम की भट को बलि करे। २० । और हम की भट और भोजन को भेट याजक देदो पर चढ़ावे और उन के लिये प्रायश्चित करे और वुह पवित्र होगा ॥ २२ । और यदि वुह कगाल हाय और दूतना लान सके तो वुह अपराध को भर के कारण हिलाने के लिय रया मेना ले। जिसने उन के लिये प्रायशित दिया जाय और एक दसवां भाग चाखा