पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२४८

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२४० लैव्यव्यवस्था [२२ पर्च बाला॥ १७॥ कि हारून से कह कि जो कोई तेरे बंश में से अपनी अपनी पीन्द्रीयों में खोट हाय सो अपने ईश्वर को नैवेद्य चढ़ाने केर समीप न आवे ॥ १८ । कयोकि बुह पुरुष जिस में क्रुक खोट होवे सो समौष न आवे जैसे अंधा अथवा लंगड़ा अथवा बुह जिस की नाक चिपटी हो अथवा जिस पर कुछ उभड़ा है।। १६ । अथवा वह जिसका पांच अथवा हाथ टूटा हो । २० । अथवा कुबड़ा अथवा बावना अथवा उम की अांख में कुछ खोट हो अथवा दाद अथवा खजुली अथवा अंड दृष्ट्व हो ॥ २१ । हारून याजक के बंश में से कोई मनुष्य जिम में पोट है निकट न आवे कि परमेश्वर के होम की भेंट चढ़ावे उस में खोट अपने ईश्वर को नैवेद्य चढ़ाने को पास न आवे ॥ २२। बुह अपने ईश्वर का नैवेद्य अति पावन और पवित्र खावे ॥ २३ । केवल वह बूंघट के भीतर न जाय और बेदी के पास न आवे दूस लिये कि उस में खोट है मेरे पवित्र स्थान को तच्छ न करे क्योंकि मैं परमेश्वर उन्हें शुद्ध करता हूं ॥ २४ । लब भूसा ने हारून और उस के बेटे और समस्त दूसराएल के संतानों को यह सब कहा ॥ २२ बाईमयां पर्व । (फर परमेश्वर मूमा से कहके बोला। २। कि हारून और उस के बेटों से कह कि वे इसराएल के संतान की पवित्र बस्तन से आप को अलग रक्खें और मेरे नाम की उन वस्तुन के कारण जिन्हें वे मेरे लिये पवित्र करते हैं निंदा न कर मैं पर मेम्बर हं॥ ३। उन्हें कह कि तुम्हारी पीढ़ियां में और तुम्हारे बंशा में जो कोई उन पवित्र बस्तु न के पास जो इसराएल के संतान परमेश्वर के लिये पवित्र करते हैं अपनी अपवित्रता रखके जाय बुह मनुष्य मेरे पास से काटा जायगा मैं परमेश्वर हं॥ जो कोई हारुन के वेश में रो कोढ़ी अथवा प्रमे ही हो और जो तक के कारण से अपवित्र है और उसे जिस को प्रमेह है जब लो वुह पवित्र न हो ले तब ले पवित्र बस्तुम में से कुछ न खावे ॥ ५ । और जो कोई किसी रेंगवैया जंतु को छूचे जिस्म बुह अपवित्र होवे अथवा किसी मनुष्य जिरहो बुह अपवित्र हो सके जो अपवित्रता उस में होवे ॥ ६ ! वुह प्राणी ४। को