पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२५४

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[२४ पब लैव्यव्ययस्था तुम्हारी पीढ़ियों के लिये यह बिधि सनातन की होगी ॥ ४ । वहौ दीपकों को पवित्र दीअट पर परमेश्वर के आगे रौनि से सदा रकवा करे। ५। और चाखे पिमान ले के उस्म बारह कुनके पका एक एक फुलका दो दसवें अंश का होवे । ६। और तू उन्ह परमेश्वर के आगे पवित्र मंच पर वः कुः करके दो पानी में रख ॥ ७॥ और हर एक पांती पर निराला गंधरस रखना जिसने बुह रोटौ सारण के लिये होवे अर्थात् हाम की भेंट परमेश्वर के लिये ॥ ८। यह सनातन की बाचा के लिये इसराएल के संतान से लेके हर विश्राम दिन को परमेश्वर के आगे रीति से नित्य रकवा करे॥ । और वुह हारून की और उम के बेटां की होगी के उन्हें पवित्र स्थान में खावे यह उम के लिये परमेम्वर के होम की भरों में से अन्यन पवित्र विधि नित्य के लिये है ॥ १.१ तब एक इसराएली स्त्री का बेटा जिस का पिता मित्रौ था निकल के इसराएलीयों में गया और उम इसराएली स्त्री का बेटा और इसराएल का एक जन छावनी में झगड़ रहेथे ॥ ११। और इसराएली स्त्री के बर मे परमेश्वर के नाम की अपनिंदा किई और धिक्कारा और उस की माता का नाम समियत था जो दिवरी के पुत्र दान के बुल से धौ तब वे उसे मसा पास लाये ॥ १२ । और वुह बंधन में रखा गया जिमत उन पर प्रगट करे कि परमेश्वर क्या अन्ना करता है। १३ । फिर परमेश्वर मूसा से कहके बोला॥ २४ । जिस ने अपनिंदा किई है उसे छावनी के बाहर निकाल ले जा और जितनों ने सुना वे अपने हाथ उस के सिर पर रखें और सारी मंडली उसे पत्थरबाह करे। १५ । और इसराएल के संतानों से कह कि जो कोई अपने ईश्वर की निंदा करेगा से अपना पाप भारगा। १६ । और जो परमेश्वर के नाम को अपनिंदा करे सो निश्चय प्राण से मारा जायगा समस्त मंडली उसे निश्चय पत्यरवाह करे चाहे वुह परदेशी होय चाहे देशी जब उस ने परमेपर के नाम की अपनिदा किई वुह प्राण से मारा जायगा। १७। और जो दूसरे को मार डालेगा से निश्चय पात किया जायगा । १८। और जो कोई पशु को मार डाले से। उस की संतो पशु देवे ॥ ९८ । और यदि कोई अपने परोसो को खाटा करे जैसा करेगा वैसा ही उस