पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२७५

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की पुस्तक। मंडली के तंबू की सेवा करें उन की गिनती करो ॥ २४ । जैरमुनियों के की सेना र वाम उठाने के लिये यही कार्य है। २५ । और वे तंब के बोझल चोर उस का घटाराध और नीलो खालों का घटाटोप जो उस पर है और मंडली के तंबू के द्वार का वोट उठावें ॥ २६ । और आंगन के ओट और प्रांगन के द्वार का ऋोट जो तंयू और बेदी के चारों और हैं और उनकी रमियां और सब पात्र जो उन की सेवा के कारण हैं और सब काम जो उन के कारण अवश्य हैं वे करें॥ २७ । जैरसुन के बेटों की सारी सेवा दोझ उठाने में और सब काम करने में हारून चौर उम के बेटों की आज्ञा के समान हेवे और तुम उन में से हर एक का बोस ठहरा दौजियो॥ २८। जैरसुन के संतान के कुल की सेवा मंडली के तंबू में यह है और वे हारून याजक के बेटे ईतमर की आज्ञा में हैं। २६ । निरारी के बेटे उन के पितरों के घरानों और उनके समान उन की गिनती करो ॥३० । बीस वरस से लेके पचास बरस ले उन सब को जो सेवा में पहुंचते हैं जिसने मंडली के तंबू की सेवा करें गिन ॥ ३१। और उस सेना के समान जो मंडली के नंब में उन के लिये है उन के वाझ ये ठहरें तंब के पार और उस के अडंगे और उस के खंभ और उस की चुरगहनी॥ ३२ । और प्रांगन के खंभे जो चारों पर हैं और उन को चुरगहनी और उन के खूटे और उन की रस्सियां और उन की समस्त सामग्री सेवा समेत और उन की सामग्री को वाझ का नाम ले लेके गिन। ३३ । सेमिरारी के बेटे के कुल को सेवा जा मंडली के तंव की समस्त सेवा के समान यह है वे हारून याजक के बेटे ईनमर के अधीन रहें। ३४ । से। मूसा और हारून और मंडली के प्रधानों ने किहातियों के बेटा को उन के पितरों के घराने के और उन के के ममान गिना। ३५ । तीस बरस से लेके पचास बरस ला उन सब को जा सेवा के लिये पहुंचते हैं जिसमें मंडली के तंव की सेवा कर एक एक करके गिना॥ २६ । सेो वे जो अपने वराने के समान गिने गये दो सहस्र सात सौ पचास थे। ३७। वे सब ये हैं जो किहात के घरानों में से मंडली के तंबू की सेवा के लिये गिने गये जिन्हें मूसा और हारून ने परमेश्वर की आज्ञा के समान जा मूसा की और से कही थी गिमा