पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२८३

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७ पञ्चे] की पस्तक। २७५ बरस का एक मेम्ना॥ ३४। पाप की भट के लिये बकरी का एक मेम्ना ॥ ३५। और कुशल की भेटों के बलिदान के लिये दो बैल पांच मेंद्र पांच बकरे पहिले बरस के पांच मेन्ने शदेऊर के बट इति सूर की भंट थी॥ ३६। और पांचवें दिन सूरिमद्दी के बेटे समिरल ने जो शमन के वंश का अध्यक्ष था अपनी भेंट चढ़ाई॥ ३७॥ उस की भेट यह थी चांदी का एक साल पौने तीन सेर का और चांदी का एक कटोरा एक सेर डेढ पाप का पवित्र स्थान को तौल से ये दोनों के दोनों भोजम की भेंट के लिये नेल से मिले हुए चोखे पिमान से भरे हुए। ३८। सेने को एक करछुल एक सौ सवा पछत्तर भर को धूप से भरी हुई। ३६। होम की भंट के लिये एक बछड़ा एक मेंढ़ा पहिले यरस का एक मेम्ना ४. | पाप की भेट के लिये बकरी का एक मेम्ना॥ ४१ । और कुशल की भेंटों के बलिदान के लिये दो बैल पांच मेंढ़े पांच बकरे पहिले बरस के पांच मेम्ने हरिसद्दी के बेटे समिएल की भेंट थी॥ ४२। छठये दिन दयूएल के बेटे इलयासफ ने चढ़ाई जद के बंश का अध्यक्ष था ॥ ४३ । उस की भेंट चांदी का एक थान पौने तीन सेर का और चांदी का एक कटोरा एक सेर डेढ़ पान का पवित्र स्थान की तौल से ये दोनों के दोनों भोजन की भेंट के लिये तेल से मिले हुए चाखे पिसान से भरे हुए। ४४। सोने की एक करछुल्ल एक सौ सदा पछत्तर भर को धूप से भरी हुई। ४५ । होम को भेट के लिये एक बछड़ा एक मेंढ़ा पहिले बरस का एक मेम्ना ॥ ४६॥ पाप को भंट के लिय बकरी का एक मेम्नर । ४७। और कुशन को भट के लिये दो वैन पांच मेंढ़े पांच बकरे पहिले बरस के पांच मेम्ने दगुएल के बेटे इलियासफ की भेंट ची॥ ४८। और मातवें दिन अमिहूद के बेटे इलिसमः ने जेर इफरायम के बंश का अध्यक्ष था। १६ ! उम की भेंट यह थी कि चांदी का एक थाल पौने नौन सेर का चार चांदी का एक कटोरा एक सेर डेन पाच का पवित्र स्थान की तौल से ये दोनों के दोनों भवजन को भेंट के लिये तेल से मिले हुए चाख पिमान से भरे हुए। ५० । सेोने की एक करकुल एक सौ सवा पछत्तर भर को से भरी हुई ॥ ५१। होम की भट के लिये एक बछड़ा एक मेंढ़ा जो