पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३०३

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१५ पर्ज को पुस्तक । २६५ और वे परमेश्वर के लिये अपनी भट आग के बलिदान से ला और अपने अज्ञानता के लिये अपने पाप की भट परमेनार के अागलायें। २६। और इसराएल के संतानों की सारी मंडनी र परदेशी जो उन में रहते हैं क्षमा किये जायेंगे इस लिये कि सारे लोग अज्ञानता में थे। २७। और यदि कोई प्राणी अज्ञानता से पाप करे तो बुह पाप की भर के लिये पहिले बरस की एक बकरी लावे॥ २८। और उस प्राणी के लिये जो अज्ञानता से परमेश्वर के आगे पाप करे उस के लिये याजक प्रायश्चिक करे और बुह क्षमा किया जायगा । २९ । तुम अज्ञानता की अपराध के कारण उस के लिये जो इमराएल के संतानों में उत्पन्न हुआ हो और परदेशी के लिये जो उन में रहता हो एक ही व्यवस्था रको॥ ३० । परंतु जो प्राणी ढिठाई करे चाहे देशी चाहे परदेशी होय वही परमेश्वर की निंदा करता है और वही प्राणी अपने लोगों में से कट जायेगा॥ ३१ । क्योंकि उस ने परमेश्वर के बचन की निंदा किई और उस की आज्ञा को भंग किया वही प्राणी सईया कट जायगा उस का पाप उसी पर होगा ॥ ३३ । और जब इमराएल के संतान बन में थे उन्हों ने एक मनथ्य को विश्राम के दिन लकड़ियां बरते पाया॥ ३३ । और जिन्हों ने उसे लकड़ियां एकटी करने पाया के उसे मूसा और हारून और सारी मंडली के पास लाये ॥ ३४ । उन्हों ने उसे बंद रकवा दूम कारण कि अगर न हुअा था कि उसे क्या किया ३५ । तब परमेार ने मूसा से कहा कि बुह मनुश्य निश्य मारा जायगा सारी मंडली कावनी के बाहर उम पर पत्थरवाह करे। ३६। जैसा परमेश्वर ने ममा को आना किई थी सारी मंडली उसे तंबू के बाहर ले गई। उन्हों ने उस पर पत्थरवाह कर के मार डाला ॥ ३७। फिर परमेश्वर मसा से कहके बाला। ३८। कि दूसराएल के संतानों से कह और उन्हें अाज्ञा कर कि वे अपनी समस्त पीढ़ियों में अपने वस्त्रों के खंट की झालर पर नीली चेवली लगावें ॥ ३८ । यह तुम्हारे लिये झालर होगो जिमते तुम उसे देख के परमेश्वर को सारी आज्ञा को सारण करो और उन्हें पालन करो और जिसने तुम अपने जावे ॥