पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३३४

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[२६ पी गिनती मेंढ़ा पहिले बरम के सान मेम्ने चढ़ाइयेवे तुम्हारे लिये निष्खाट होवें ॥ ह। और उनके भोजन की भेट पौने चार सेर पिसान तेल से मिला हुआ बड़ा पीछे चौर हर मेंढ़ा पीछे बढ़ाई सेर॥ १। और माता म्नां के लिये हर मेना पीछ सवा सेर॥ ११॥ पाप के प्रायश्चिन की भर के और नित्य के होम को भेट के और उस के भाजन को भेट के और उन के पीने की भेट के अधिक पाप की भट के लिये बकरी का एक गेम्ना । १२। और सातवें मास की पंदर हवीं तिथि में तम्हारा पवित्र बुलावा होगा उस दिन तुम सेवा का कोई कार्य न करो और सात दिन तक परमेश्वर के लिये पर्व करो॥ १३॥ फिर तुम होम को भर के लिये परगेश्वर के सुगंध के लिये तेरह बछड़े दो मेंढ़े और पहिले बरस के चैदह गेम्ने आग से किये हुए बलिदान चढ़ाइयो ये सब निष्खे ट हो । १४ । और उन के भाजन की भट जेल से मिला हुआ पै.ने चार सेर पिसान तेरह बछड़ों में से हर बकड़ के लिये अढ़ाई सेर दो में में से हर मेंढ़े पीछे। १५। और चौदह मेम्नों में से हर मन्ना पीछे स्वा सेर ॥ १६ । नित्य के होम की भट और उस के भोजन को भट और उस के पीने की भेंट से अधिक पाप की भेंट के लिये वकरी का एक मेम्ना चढ़ाइयो। और दूसरे दिन बारह बड़े दो मेंढ़े पहिले बरस के चौदह निखार मेने चढ़ाइयो। १८और उन के भोजन की भेट और उन के पीने की भेर बड़ा और मेंढ़ा और मेन्ना के लिय उन की गिनती के और रीति के समान हो। १६ । नित्य के होम को भेंट के और उस के भोजन की भेट के और उन के पीने की भेंट के अधिक पाप की भेट के लिये ६ करी का एक मेम्ना ॥ २० । और तीसरे दिन ग्यारह बछड़े दो मेंढ़े और पहिले बरस के चौदह किवं र मेम्ने ॥ २१ । और उन के भोजन की भट और उन के पीने की भेंट वकड़ां और मेंढ़ा और मेम्नां उन की गिनती के और रीति के समान होवे । २२ । नित्य के होम की भेट के और उस के भोजन की भटके और उम के पौने की भट के अधिक पाप की भेंट के लिये बकरी का एक मेम्ना चढ़ाइयो । २३ । और चौथे दिन दस बछड़े दो मेंढ़े पहिले बरस के चौदह निखार मेम्ने॥ २४ । उन के भाजन की भेर और उन के पीने की भेंट बछड़े।