पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३३८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

उनकी गिनती जो मिट्यान के पांच राजा थ प्राण से मारा चार बअर के बट बनाम को भी खड़ से मार राना । । और दूसराएल के संतानों ने मिट्यान बी स्त्रियों को और उन के लड़कों को बंधुधाई में लिया और उन के पश और चौपाय और न ति समस्त लट लिया। और सारी बनियां जिन में वे रहते थे और उन के सुंदर गढ़ों को फंक दिया । २१ । और उन्हों ने सारी लट पार नमस्त मनुष्य और पशु को अहेर किया॥ १२। और मूसा और इखिबजर याजक और इसराएल के समस्त मतानों को मंडली छावनी में गाय के पैरगानों में जो यरदन के लग यरोह है बंधुए चार लूट और अहेर को लाये ॥ २३ । तब ममा और इलियजर याजक और मंडली के समस्त प्रधान उन्हें आगे से मिलने के लिये छावनी में से बाहर गये। १४। और भसा सेना के प्रधानो से और महसा के पतिन से और सैकड़ों के पतिन से जो लड़ाई से छाये क्रुद्ध हुआ॥ १५ । और मसा ने उन्हें कहा कि तुम ने सब दियां को जीतो रकता ॥ १६ । दखा इन्हों ने बलग्राम के मंत्र से दूसराएल के बंश को फगर के विषय में परमेश्वर के विरोध में अपराध करवाया सो परमेश्वर की मंडली में मरी पड़ी। १७1 इस लिये गड़कों में से हर एक बेटे को और हर एक स्त्री को जो पुरुष से संयुक्त हुई. हा प्राण से मारो॥ १८ । परंतु वे बेरी जा पुरुष से मयत म हुई हैं उन्हें अपने लिये जौनी रखो। १६ । चार तुम मारे दिन लो कावनो से बाहर रहा जिस किसी ने मनुष्य को मारा हो यार जिस किसी ने लोथ को छू था हा बुह आप को और अपने बंधुओं को तौमरे दिन और मानव दिन पवित्र करे। २० । तुम अपने समस्त बरन और सब जा चमड़े के बने हुए हैं और सब बकरी के रोम के कार्य और काष्ठ के पाब शुद्ध करो। २१ । तब इलिअजर याजक ने ने उन वोडाशों को जो लड़ाई में गये थे कहा कि यह व्यवस्था की विधि है जा परमेश्वर ने मसा से शाज्ञा किई । २२। सोना रूपा पीतल लोहा रांगा सीमा॥ २३ । और समस्त वलें जो भाग में ठहरे तुम उन्हें बाग में डाला चौर पवित्र करो तथापि बुद्द अलग किये हुये जल से पवित्र किया जायगा और सव वक्त जो भाग में नहीं ठहरती तुम उन्हें जन्न