पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३५८

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विवाद और स्त्री और लड़कों को नाश किया और किमो को न छोड़ा॥ ३५ । केवल दोर हम ने अपने लिये अहेर में लिया और नगरों की लर जिसे हम ने लिया ॥ ३६ । अरुईर से ले के जो अरनन की नदी के तौर है और उम् नगर से ले के ना नदी के तौर पर है अर्थात् जिलि अद ले ऐसा कोई नगर हमारे लिये दृढ़ न था जिसे परमेश्वर हमारे ईश्वर ने हमें न संप दिया ॥ ३७ । केवल अम्मन के संतान के देश जिस के निकट तू न गया और नदी यबूक के किसी स्थान में न पहाड़ के नगरों में और जहां जहां परमेश्वर हमारे ईश्वर ने हमें बरजा ॥ पर ३ तीसरा पर्छ। व हम फिरे और बमन की ओर चढ़ गये और बसन का राजा तब ऊज अअिई में अपने सारे लोग ले के हमारे सन्मुख लड़ने को निकला। २। और परमेश्वर ने मुझे कहा कि उसमे मत डर क्योंकि मैं उसे और उस के सारे लोगों को उम्र के देश सहित तेरे हाथ में सोपंगा तू उससे वैसा कर जैसा तू ने अमूरिया के राजा सैहन से जो हसबून में रहता था किया। ३। से परमेश्वर हमारे ईश्वर ने बसन के राजा को भी और उस के समस्त लोग को हमारे बश में कर दिया और हम ने उन्हें यहां लो मारा कि उन में से कोई न बचा ॥ ४ । उस के समस्त नगर ले लिये अरजुब का सारा देश जज का राज्य बसन का एक नगर भी न रहा जो हम ने उन से न लिया माठ नगर ले लिये कोई जा से ५। ये सब नगर ऊंची अंची भौतों और फाटको और अंडों से दृढ़ घे और बहुत बिन भीत से घरे हुए नगर भी ले लिये ॥ ६ । और हम ने उन्ह उन के पुरुषों और स्त्रियों और बालकों को हर एक नगर से नाश किया जैसा कि हम ने के राजा सैहन से किया। ७। परंतु मगरों के समस्त ढोर और लूट हम ने अपने ही लिये लिया॥ ८। और हम ने उस समय अमरियों के दोनों राजाय से यरदन के उस ही पार का देश अरनून की नदी से पर्बत लां ले लिये। । हरमुन को सैदूनौ सरियन कहते हैं और अमूरी सनौर कहते हैं। १० । चगान के ममस्त नगर और सारा जिलिअद नगर न रहा हम उन न लिया॥