पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/३५९

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की पुस्तका बसन 11 और सारा बसन सलक: चौर अद्रिअई लो जो में के राज्य के नगर ११। क्योंकि केवल बमन का राजा जज रह गया जा दानव में का धा दखा उस की खाट ले। हे की थी क्या चुह अम्मन के संतान रावाश में नहीं है मनुष्य के हाथों से ना हाथ लम्चौ चार हाथ की चौड़ी। १२ । और यह दश हम ने उसी समय वश में किया अर्डर से जो परन्न की नदी के पाम और आधा पहाड़ जिलिद और उस के नगर मैं ने रूविनियां और जहियों को दिये ॥ १३ ॥ १३ । और जिलिअद का उबरा हुश्रा और समस्त बसन जो ऊज का राज्य था मैं ने मुनस्सों की अाधी गोष्ठी को दिया अरजुब का सारा देश बस्न हित जो दानव का दश कहाना था ॥ १४ । मुनस्थो के बटे याईर ने अरजुब का समस्त देश जसूरियां और माकामियों के सिवाने लो ले लिये और उस ने बसन हबमयाईर अपने नाम के समान उस का नाम आज लां रकवा ॥ १५ । और में ने जिलिअन माकीर को दिया ॥ १६। और जिनिअद से अरनन की नदीला और श्राधी तराई चार मित्राना याब क की नदी ले जा अम्मन के संतान का सिवाना है मैं ने रूविनियां को और जट्टियां को दिया । १७। और चौगान भी और यरदन और उम के सिवाने किनारात से लेके चौगरन के समुद्र ले अर्थात् खारी समुद्र जापिसग. के सेतों के नीचे है पर्व की ओर भी। १८ । और मैं ने उसी समय तुम्हे अाज्ञा करके कहा कि परमेश्वर तुम्हारे ईश्वर ने उस भूमि का तुम्हें अधिकारी किया तुम अपने भाई इसराएल के संतानों के आगे हथियार बांध के मब जितने लड़ाई के याग्य हो पार उतरो॥ १६॥ केवल तुम्हारी पनियां चार तुम्हारे बालक और तुम्हारे ढोर जो मैं ने तुम्हें दिय हैं तुम्हारे नगरों में रहें क्योंकि मैं जानता हूं कि तुम्हारे दार बहुत हैं ॥ २० । जब लो कि परमेश्वर तुम्हारे भाइयों को चेन देवे जैसा तुम्हें दिया जिस में वे भी उस देश के जा परमेश्वर तुम्हारे ईश्वर ने यरन के पार उन्हें दिया है अधिकारी हाच नव हर एक पुरुष अपने अपने अधिकार में फिर जाय जो मैं ने तुम्हे दिया है ॥ २१। और उसी समय मैं ने यहस्त्र को कहा कि तेरी अांखां ने कुछ देखा है जो परमेश्वर नेरे ईश्वर ने उन दोनों