पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/४४६

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४३८ यहूमत्र हम ने जिस दिन तेरे पास थाने को अपने घर छोड़े हमारे भोजन के लिये रोटो टट की थी परंतु अब देख सूख गई और फफूंदी लग गई । १३। पर जब हम ने इन्हें भरा था तब ये मदिरा के कुप्पे नये थे और हमारे ये वस्त्र और जूते दूर की यात्रा के कारण से पुराने हो गये ॥ ९४ । तब उन्हों ने उन के भोजन के कारण उन्हें ग्रहण किया और परमेश्वर से न बझा। १५ । और यहूसूत्र ने उन से मिलाप किया और उन्हें जीते छोड़ने के लिये उन से बाचा बांधो और मंडली के अध्यक्ष ने उन से किरिया खाई। १६ । और उन से वाचा बांधने के तीन दिन पौछे यों हुआ कि उन्हों ने सुना कि वे हमारे परोसी हैं और हमें रहते हैं ॥ १७५ और दूसराएल के संतान यात्रा यार के तीसरे दिन उन के नगर में पहंचे जिन के नाम जिबजन और कफोरः चार बिअरात गौर करयतरीन थे। १८। नब इसराएल के संतानों ने उन्हें न मारा इस लिये कि मंडली के अध्यक्ष ने उन से परमेश्वर इसराएन के ईश्वर को किरिया खाई धौ से सारी मंडली अध्यक्षां से कुड़कुड़ाई॥ १८। परंतु सारे अध्यक्षों ने समस्त मंडली से कहा कि हम ने उन से परमेश्वर इसराएल के ईश्वर की किरिया खाई है सो दूस लिये हम उन्हें नहीं मते ॥ २.। हम उन से यह करके उन्हें जीता छाड़ेंगे ऐसा न हो कि उस किरिया के कारण जो हम ने उन से खाई है हन पर कप पड़े। २१। और अध्यक्षों ने उन्हें कहा कि उन्हें जीता छोड़ा परंतु वे सारी मंडली के लिये लकड़हारे और पनिहारे हाय जैसा कि अध्यक्षों ने उन से पण किया था। २२ । नव यज्ञसूत्र ने उन्हें बुलाया और कहा कि तुम ने हम से यह कहके क्यों छल किया कि हम तुम से दूर हैं जब कि तुम हन्में रहते हो। २३ । सेो इस लिये तुम सापित हुए और तुम्मे से कोई बंधुआई से छुट्टी न पावेगा जो मेरे ईश्वर के घर के लिये लकड़हारा और पनि हारा न हो ॥ २४। और उन्हों ने यहूसन को उत्तर दिया और कहा कि तेरे सेवकों से निश्चय कहा गया था कि किस रीति से परमेश्वर तेरे ईश्वर ने अपने दास मूमा को अाज्ञा किई कि मैं सारा देश तुम्हें देऊंगा और उस देश के सारे वासियों को तुम्हारे आगे नाश करूंगा