पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/४७३

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२२ पर्व को पुस्तक । २२ बाई मां पढ़। ब यह सत्र ने रूबिनियों और जदियों और मुनस्मी की आधी परमेश्वर के दाम मूसर ने तुम्ह' आज्ञा किई नम ने पालन किया और उन सब बातों को जो मैं ने तुम्हें कहीं तुम ने माना। ३। तम ने अपने भाइयों को बहुत दिनों से आज लो नहीं छोड़ा परत परमेश्वर अपने ईश्वर की आज्ञा की पालन किया। ४ । और अब परमेश्वर तुम्हारे ईश्वर ने तुम्हारे भाइयों को चैन दिया जैसी उस ने उन से बाचा बांधी घी से तुम अब फिर जाओ और अपने तंबूओं के अधिकार को भूमि में जाय जो परमेश्वर के दाम मसा ने यरर्दन के उस पार तुम्हें दिई है। ५। परंतु चौकसी के साथ अाज्ञा और व्यवस्था जो परमेश्वर के दाम मूसा ने तुम्हें आज्ञा दिई है पालन करो जिनने परमेश्वर अपने ईश्वर से प्रेम रकबो और उम की सारी बातों पर चलो और उस की बानाय को पालन करो और उसे लेालौन रहे। और अपने सारे भन और अपने मारे प्राण से उस की सेवा करो। ६। और यहसूत्र ने उन्हें आशीष दिई और उन्हें बिदा किया से वे अपने अपने तंबू को गये। और मुनस्मी की आधी गोष्ठी को मूसा ने बसन में अधिकार दिया था और उस की आधी को यहसूत्र ने उन के भाइयों के मध्य में यरदन के इसौ पार पश्चिम दिशा में अधिकार दिया और जब यह मे उन्हें अपने अपने तंबों को विदा किया तब उन्हें भी आशीष दिई ॥ ८ । और उन्हें कहा कि बड़े धन के साथ बहुत से दोर और चांदी और सोना और तांवा और लोहा और बड़त से बस्त्र लेके अपने डेरों को जानो और अपने शत्रुन की लूट को अपने भाइयों के साथ बांट लेडी ॥ ६ । तब रूविन के संतान और जद के संतान और मुनस्सी को आधी गोष्ठी फिरे और मैला में से जो कनथान की भूमि है दूसराएल के संतान से चले गये जिसने जिलिअर के देश को जो उन के अधिकार का देश था जावें जिसे उन्हों ने मूसा के द्वारा से परमेश्वर के बचन के समान पाया था॥ १.५ । और जब कि वे यरदन के सोमा कनयान के देश में पहुंचे तो रूबिन के संतान और [A. B.S. 59