पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/५३१

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२१ पर्ने] पुस्तक। ५२३ जो मिसफः में परमेश्वर के आगे न आवेगा से निश्चय मारा जायगा । ६। सो इसराएल के संतान अपने भाई विनयमीन के कारण पलनाये और बोले कि आज दूसराएल में से एक गोष्ठी कट गई। ७। हम उन के लिये पत्नियां कहां से लाये क्योंकि हम ने तो परमेश्वर की किरिया खाई है कि हम अपनी बेटियां उन्हें पत्नियों के लिये न देंगे।८। तब उन्हों ने कहा कि इसराएल को गोष्ठियों में से बुह कौन है जो भिमफः में परमेश्वर के प्राग नहीं चढ़ा और देखो कि यबीस जिलिद में से कोई सभा में नहीं अाया था। <। क्योकि लोग गिने गये और यबौस जिलि अद के वासियों में से कोई न था॥ १.। तब मंडली ने बारह सहस्र जन को जो बड़े बीर थे आज्ञा करके उधर भेजा कि ययौस जिलिअद के वासियों को जाके स्त्री और बालक सहित खड्ग की धार से मार डालो ॥ ११ । पर इतना की जियो कि हर एक पुरुष और हर एक स्त्री को जो पुरुष से ज्ञाता हो सर्वथा नष्ट कर देना ॥ १२। सेो उन्हों ने यबीस जिलिअद के वासियों में चार सौ कुंआरौ पाई जो से अज्ञान थी और उन्हें मेला को छावनी में जो कनयान के देश में है १३। तब सारौ मण्डली में बिनयमौन के संसान को जो सम्मान की पहाड़ी में ये कहला भेजा और उन से कुशल का प्रचार किया॥ १४। और उस समय बिनयमीन फिर पायें और उन्हों ने उन स्त्रियों को जो यबौस जिलिअर में से जौती बचा रकबा था उन्हें दिया तथापि उन के लिये न अौं। १५ । और लोग बिनयमीन के लिये पछताये इस लिये कि परमेश्वर ने दूसराएल की गोष्ठियों में फट डाली। १६। तब मंडली के प्राचीन बोले कि उबरे हुओं के लिये पनिये। के विषय में क्या करें क्योंकि बिनयमीन में से सारी स्त्री नष्ट हुई॥ १७॥ तब उन्हों ने कहा कि बिनयमौन में से जो बच रहे हैं अवश्य है कि उनके लिये अधिकार होवे जिसने दूसराएल की एक गोष्टी मष्ट न हो जाय। १८। तथापि हम तो अपनी बेटियां उन्हें पत्नियों के लिये दे नहीं मक्ते क्योंकि दूसराएल के संसानों ने यह कहके किरिया खाई है कि जो विनयमीन को पत्नी देबे से खापित है। १६ । तब उन्हों ने कहा कि देखो सेला में परमेश्वर के लिये बरस का पर्व है जो बैनऐल ले आये।