पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/५३३

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रूत को पुस्तक । १ पहिला पढ़। बन्यायियों की प्रभुता के दिनों में देश में अकाल पड़ा और | यहूदा बैतन हम से एक जन अपनी पत्नी और दो बेटे समेत निकला कि माअब के देश में जा रहे॥ २। औरर उस पुरुष का नान इस्तीमलिक और उस को पत्नी का नाम नअमी था और उम के दो बेटों के नाम महलून और किलयून थे ये यहदाह येतलहम के इफराती थे सो बे मोअब के देश में आये और वहां रहे। ३। तब नमी का पति इलीमलिक भर गया और बुह और उस के दोनों बेटे रह गये। ।। झार उन दोनों ने मोअबौ स्त्रियों से विवाह किया एक का नाम उरफः और टूसरी का रूत था और वे बरस दस एक वहां रहे॥ ५ । और महलून और किलथून भी दोनों मर गये सेर बुह स्त्री अपने दो बेटे से र पनि से अकेली छोड़ी गई। ६ । तब बुह अपनी बहू समेत उठी कि मोअब के देश से फिर जाय क्योंकि उस ने मोअब के देश में सुना था कि परमेश्वर ने अपने लोगों पर कृपा करके उन्ह अन्न दिया। ७। इम लिये वुह उस स्थान से जहां थी दोनों बहू समेत चल निकलो और अपना मार्ग लिया कि यहूदाह के देश को फिर जाय। ८। तब नमी ने अपनी दोनो बहू से कहा कि अपने अपने मैके को जागो और जैसे तुम ने मृतक से और मझ से व्यवहार