पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/५९५

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

२४ । जैमा २४ पन्चे ५८७ अभिषिक्त है। २२। इसे अधिक हे मेरे पिता देखिये हां अपने बस्त्र के खंट को मेरे हाथ में देखिये क्योंकि मैं ने जा आप के बस्त्र का खूट काट लिया और आप को नमारा दूर जानिये और देखिये कि मेरे मन में बुराई और किसी प्रकार का अपराध नहीं है और मैं ने आप के विरुद्ध पाप न किया तथापि आप मेरे प्राण का अहेर करने का निकने हैं। १३। परमेश्वर मेरे और आप के मध्य में न्याय करे और परमेश्वर आप से मेरा पलटा लेवे परंत मेरा हाथ अाप पर न पड़ेगा। माचौनों को क हायत में कहा गया है कि दुष्ट से दुष्टता निकलती है परंतु मेरा हाथ आप पर न उठगा। १५ । इमराएल का राजा किस के पीछे निकना है और आप किम के पीछे पड़ है क्या मरे हुए ककर के अथवा एक पिमू के ॥ १६ । सो परमेश्वर विचार कर गर मेरे और आप के मध्य में न्याय करे और देखे और मेरे पद का पक्ष करे और आप के हाथ मे मुझे बचावे ॥ १७। और जब दाजद ये बात साऊल से कह चुका सब साजन ने कहा कि मेरे बेटे दाजद क्या यह तेरा शब्द है और साजन में बड़े शब्द से बिलाप किया। १८। और दाऊद से कहा कि तू मुझ से अधिक धर्मों है क्योंकि तू ने बुराई को संतो मेरी भलाई किई ॥ १६। और न ने आज के दिन दिखाया है कि त ने मुझ से भलाई किई है बद्यपि परमेश्वर ने मुझ तेरे हाथ में सौंप दिया और तू ने मुझ २। क्योकि यदि कोई अपने बैरी को पावे तो क्या उसे कुशल से छोड़ देगा इस निये जो तू ने अाज मुझ से किया है परमेश्वर दूम का प्रतिफल देवे ॥ २१॥ और अब मैं ठीक जानता हूँ किन निश्चय राजा होगा और इमराएल का राज्य तेरे हाथ में स्थिर होगा। २२ । इस लिये तू मुझ से परमेश्वर को किरिया खा कि तेरे पीके मैं तेरे बंश को काट न डालूंगा और तेरे पिता के घराने में से तेरे नाम को मिटा न डालंगा॥ २३ । तब दाजद ने माजन से किरिया खाई और साऊल घर को चला गया परंतु दाज और जम के लोग दृढ़ मारन डाला। ग्यान में गये ॥