पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/६१३

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२ पन्चे] की २ पुस्तक ॥ साजल और यहूनतन अपने जीवन में प्रिय और शोभित थे और अपनी मृत्यु में वे अलग न किये गये वे गिड़ से अधिक फुरतीले थे वे सिंह से बलवंत थे। २४ाहे इसराएल को बेटिया माऊल पर रोगी जिस ने तुम्हें बैजनी वस्त्र पहिनाया जिस ने सोने के आभूषण तुम्हारे बस्त्र पर संवारा ॥ २५ । संग्राम के मध्य बलवंत कैसे गिर गये हे यहूननन त अपने ऊंचे स्थानों में मारा गया॥ २६॥ हे मेरे भाई यहूनतन तेरे लिये मैं दुःखित हूं तू मेरे लिये अति शोभित था तेरी मौत मुझ पर अचंभित यौ स्त्रियों की प्रती से अधिक ॥ २७॥ बलवन कैसे गिर गये और संग्राम के हथियार नष्ट हुए। २दूसरा पब्द । पर इस के पीछे ऐसा हुआ कि दाऊद ने यह कहके परमेश्वर से झा कि मैं यहूदाह के किसी नगरों में चढ़ जाऊं परमेश्वर ने उसे कहा कि चढ़ जा तब दाऊद ने कहा कि किधर चढ़ जाऊं उस ने कहा कि हबरून को । २। सेो दाऊद उधर चढ़ गया और उस की दोनों पत्नी भी यअजरअऐली अखिनुअम और नवाल की पत्नी करमिली अबि. जैल ॥ ३ । और उस के लेग जो उस के साथ थे दाजद हर एक जन को उस के घराने समेत ऊपर लाया और वे हबरून के नगरों में आ बसे । । तब यहूदाह के लोग आये और उन्हों ने वहां दाऊद को यहूदाह के घराने पर राज्याभिषेक किया और लोगों ने दाजद से कहा कि यवोस- जिनिअद के मनुष्यों ने साऊल को गाड़ा ॥ ५। तब दाऊद ने यवीस- जिलि अद के लोगों को दून से कहता भेजा कि परमेश्वर का धन्य क्योंकि तुम ने अपने प्रभु साऊल पर यह अनुग्रह किया और उसे गाड़ा॥ ६। अब परमेश्वर तुम पर अनुयह और सच्चाई करे और मैं भी इस अनु यह का पलटा तुम्हें दे ऊंगा इम कारण कि तुम ने यह काम किया है। सो अब तुम्हारी भुजा बली होवें और शरता के बेरे । क्योंकि तुम्हारा प्रभु साऊल मर गया और यहूदाद के घराने ने भी मुझ अपने पर राज्या- भिषेक किया ॥ ८। परंतु नैयिर के बेटे अविनैयिर ने जो माऊल का सेनापति था माकल के बर अशबाशीश को लिया और उसे महनैन में