पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/६१४

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और जरूयाह समएल [२५० पहुंचाया ॥ । और उसे जिलिद और अशूरौ और यजरअरेल और इफायम और बिनयमौन और समस्त इसराएल पर राजा किया ॥ १. । और साल के बेटे अशोशीश की बय चालीस बरस को थी जब वुह इमराएल पर राज्य करने लगा और उस ने दो बरस राज्य किया परंत यहदाह के घराने ने दाऊद का पौछा किया। ११। और जिन दिनों में दाऊद यहूदाह के घराने पर हबरून में राजा या से साढ़े सात बरस था ॥ १२। फिर नैयिर के बेटे अबिनैयिर और साऊल के बेटे अशवाशीश के सेवक महन से निकल के जिबन को गये ॥ १३ । का बेटा यू अब दाऊद के सेवकों को लेके निकला और जिवन के कुंड पर दोनों मिल गये और बेट गये एक कुंड की इस अलग दूसरा कुंड की उस अलंग॥ १५१ तब अबिनैयिर ने युअब से कहा कि तरुणां को उठने और हमारे भागे लोला करने दोजिये युअब बोला कि उठे ॥ १५ ॥ तब गिनती में बिनयमौन के बारह जन जो साल के बेटे अशवाशीश की ओर से थे उठे और दाऊद के सेवकों में से बारह जन निकले॥ १६ सो उन में से हर एक जन ने अपने अपने संगी का सिर पकड़ा और अपने संगी के पंजर में तलवार गाद दिई सेो वे एकटे गिर पड़े इस लिये उम स्थान का नाम हलकात हसुरीम हुअा जो जियन में है॥ १७। और उस दिन बड़ा संग्राम हुआ और अबिनै यिर और दूसराएल के लोग दाजद के सेवकों के आगे हार गये ॥ १८। और जरूयाह के तीन बेटे यूअब और अविशे और असहेल वहां थे और असहेल बनली हरिणो की नाई दौड़ता था।॥ १६। और असहेल ने अविनयिर का पीछा किया और अचिनयिर के पीछे थे दाहिने बांये न मुड़ा॥ २० । तब अबिनै यिर ने पीछे देख के कहा कि तू असहेल है वुह बोला हो ॥ २१ । और अविनेयर ने उसे कहा कि हिनी अथवा बाई और फिर और तरुण में से एक को पकड़ और उसे लूट ले परंतु उस का पीछा करने से असहेल न फिरा। २२। और अबिनयिर में असहेल को फिर कहा कि मेरा पीका करने से मुड़ किस कारण मैं तुझे भूमि पर मारके डाल देऊ फेर क्यांकर मैं तेरे भाई यूअब को अपना मुंह दिखाऊ । ॥ २३। तथापि उस ने मुड़ने को न माना तव अबिनै यिर ने उलटे भाले से