पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/६५९

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को २ पुस्तका २१पब्वै] किरिया के कारण जो साजल के बेटे यूनतन के और दाऊद के मध्य में थी बचा रक्खा। ८। परंतु राजा ने बयाह की बेटी रिसफा के दो वेटर को जिन्हें तुह माऊल के लिये जनी थी अर्थात् अरमूना और मिफिवूमत को और माऊल की बेटी मोकल के पांच बेट को जिन्हें बुह महलाती बरजिलो के बेटे अदरिऐल के लिये जनी थी। । और उस ने उन्हें जिबनियों के हाय साप दिया और उन्हों ने उन्हें पहाड़ पर परमेश्वर के आगे फांसी दिई और वे मान करनी के दिनों में एक साथ मारे गये यह जब कटने के प्रारंभ में था। १. 1 तब बयाह की बेटौ रिसफ: मे टार बम्न लिया और कटनी के प्रारंभ से लेके आकाश में से उन पर पानी टपकने लां अपने लिये पहाड़ पर बिछा दिया और दिन को श्राकाश के पंछो और रात को बनेले पशु को उन पर ठहरने न देतो धौ॥ ११। और दाजद को कहा गया कि साऊल की दासी अयाह को बेटो रिसफ ने यों किया। १२ । सो दाऊद ने जाके साऊल की हड्डियों और उस के बेटे यूनतन की हड्डियों को यचीस जिलिअद के मन्यां से फर लिया जिन्हों ने उन्हें बैत शान को सड़क से जहां फिनिस्तियों ने उन्हें टांगा था तव फिलिस्तियों ने साजल को जिनवून में मारा था चुरा लिया । १३ । और वह वहां से माजल की हड्डियां को और उस के बेटे यूनतन की हड्डियों को ले आया और जो टांगे गये थे उन की हड्डियां को एकट्ठा करवाया । १४ । और उन्हों ने साजन और यूनतन की हड्डियां को जिल के बिनयमीन के देश में उस के पिता कीस की समाधि में गाड़ा और सब जो राजा ने उन्हें आज्ञा किई थी उन्हों ने किया और उस के पौछ देश के कारण ईश्वर ने विनय को मान लिया ॥ १५ । और फिलिस्तो इसराएल से फिर लड़ और दाजर अपने सेवकों के साथ स्तर के फिलिस्तियों से लड़ा और दाऊद दुर्बल हुआ। १६ । अव बसबू बन्ब ने जो रफा के बेटों में से था जिस की बरक्की के फल का पौतल भवा दस सेर एक का चैौर नया खड्ग बांध था चाहा कि दाजद को मार डाले। १७। पर जरूयाह के बेटे अबिशे ने सहाय किई और उस फिलिस्ती को मारके बधन किया तब दाजद के लेग लगी किरिया खाके वाले कि आप फिर कभी हमारे साथ लड़ाई