पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७४४

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राजावली लोगों को खाने को दे। ४३। तब उस का सेवक बोला कि क्या मैं दसे मौ मनुष्यों के आगे रकबूं उस ने फिर कहा कि लोगों को खाने को दे क्योंकि परमेश्वर या कहता है कि वे खायेंगे और बच रहेगा ! तब उस ने उन के आगे रक्खा और उन्हों ने खाया और परमेश्वर के वचन के समान बच रहा ॥ ४४॥ ५ पांचवां पढ़ा बनअमान जा अरामो के राजा की सेना का प्रधान था अपने उस के द्वारा से अरामियों को जय दिया था वुह महाबौर और बली था परन्नु कोढ़ी। २। और अरामी जथा जया होके निकल गये थे और दूसरा. एल के देश में से एक कोटी कन्या को बंधुआई में लाये थे और बह नअ- मान की पत्नी के पास रहती थी। ३ । और उस ने अपनी स्वामिनी से कहा हाय कि मेरा खामी उस भविष्यद्वक्ता के आगे जाता जो समरून में है क्योंकि बुह उसे उस के कोढ़ से चंगा करता ॥ ४। और वुह जाके अपने प्रभु से कहके वाली इमराएल के देश को कन्या यां कहती है ।। ५ । सेो अरामौ के राजा ने कहा कि चल निकल मैं इसराएल के राजा को पत्री लिख भेजूंगा से बुह चला और दस तोड़े चांदी और छ: महर टुकड़े सोना और दस जोड़ बस्त्र अपने साथ ले चला । ६ । और बुह उस पत्री को यह कह के इसराएल के राजा पास लाया कि यह पत्री जब तेरे पास पहुंचे तब देख मैं ने अपने सेवक नअमान को तुझ पाम भेजा है जिसमें उसे कोढ़ से चंगा करे। तू ७। और यहा कि जब इसराएल के राजा ने उस पत्रों को पढ़ा तो अपने कपड़े फाड़े और बोला कि क्या मैं ईश्वर हं जो मारू और जिलाजं कि यह जन मुझ पाम भेजता है कि एक जन को उस के काढ़ से चंगा करो से तुम्ही विचारो और देखा कि वुह मुझ से झगड़ा ढूंढ़ता है। ८ । और जब ईश्वर के जन इलीसा ने सुना कि इसराएल के राजा ने अपने कपड़े फाड़े तो राजा को कहला भेजा कि तू ने अपने कपड़े क्यों फाड़े अब वुह मुझ पास आने और उसे जान पड़ेगा कि इसराएल में एक भविष्यदना है॥ ६ से नमान