पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७५१

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८ पन्चे २ पुस्तक। ७४५ आके राजा से ले १६। तब लोगों ने निकन के अरामियों के तंबयों को लटा सो परमेश्वर के बचन के समान चोखा पिसान पांच मुकी का एक पैमानः विका और जब पांच मूकी का दो पैमान: और राजा ने उस प्रतिष्ठित को जिम के हाथ पर वह गोठगता था फाटक को चाकसौ दिई और लोगों ने फाटक में उसे लताड़ा और जैसा कि परमेश्वर के जन ने कहा था वुह मर गया जब राजा उस पास अाया था वुह मर गया। १८। और जमा कि ईश्वर का जन यह कह के राजा को बोला कि दो पैमान: जब पांच सूकी को और एक पैमान: दाखा पिमान पांच सूको को कल इमी जन समरून के द्वार पर होगा से पुरा हुया ॥ २६ । और उस प्रतिष्ठित ने ईश्वर के जन का उत्तर दे के कहा था अब देख यदि परमेश्वर स्वर्ग में खिडकियां बनावे एसा है। मक्का है नब उस ने कहा कि न उसे अपनी आंखों से देखेगा पर उस्मे न खायमर ॥ २० । उस पर ऐसा ही क्योंकि लोगों ने फाटक पर उसे लताड़ डाला और बुह मर गया। ८ साठवां पञ्च। |ब इलीमाअ ने उस स्त्री को कहा जिस के बेटे को उस ने जिलाया था कुछ बौना HI तब राजा बाम कर क्येा कि परमेश्वर एक अकाल लाता है से देश में सात बरस ले अकाल रहेगा ॥ २ । तब बुह ही उठो और उस ने ईश्वर के जन के कहने के समान किया और अपने घराने समेत फिलिस्तियों के देश में सात बरस लो बास किया ॥ ३। और मातवं बरस के अन्त में ऐसा हुआ कि बुह स्त्री फिलिस्तियो के देश से फिर आई और राजा पास चली गई जिसने अपने घर और अपनी भूमि के लिय चिल्लावे । ईश्वर के जन के सेवक जैहाजी से यह कहके बाला कि मारे बड़े बड़े कार्य जो इतीमाय ने दिखलाये हैं उन्हें मेरे आगे वर्णन कर॥ ५। और ज्यां वुह राजा से कह रहा था कि उम ने एक मृतक को किस रौति से जिलाया देखा कि वह स्त्री जिस के बर को उस ने जिलाया था आके राजा के आगे अपने घर और भूमि के लिय चिल्लाई नब जैहाजो बोल उठा कि हे मेरे प्रभु राजा वह स्त्रो और उस का बेटा जिसे इनौसाथ ने [A. B.S.] 94