पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७७२

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

(१६ पन्न राजावली उम ने किया मो का यहूदाह के राजा के समयों के समाचार की पुस्तक है। में नहीं लिखा है। ३७। उन्हीं दिनों में परमेम्पर ने ऋरान के राजा रमौन को और रमलियाह के बेटे फिका को यहूदाह पर भेजा। ३८ । और यूताम ने अपने पितरों में शयन किया और अपने पिता दाजद के नगर में अपने पितरों में गाड़ा गया और उस का बेटा शाखज उस की सन्तौ राज्य करने लगा। मे २ । जब १६ सेलिहवां पर्व ॥ पर रमलियाह के बेटे फिका के राज्य के सत्रहवें बरस यहूदाह के राजा यूनाम का बेटा बाखज़ राज्य करने लगा। श्राखज़ राज्य करने लगा तब वह बीस बरस का था और उस ने सोलह बरस यरूसलम में राज्य किया और उस ने परमेश्वर अपने ईश्वर की दृष्टि में अपने पिता दाऊद के समान भलाई न किई. ॥ ३ । परन्तु बुह दूसराएल के राजाओं की चाल पर चलता था और उस ने अन्यदेशियों के चिनिनों के समान जिन्हें परमेश्वर ने इसराएल के सन्तान के आगे से किया था अपने बेटे को आग में से चलाया। ४। और जंच जंचे स्थानों और पहाड़ों पर और हर एक हरे पेड़ के नीचे बलि चढ़ाये और धूप जलाये॥ ५। तब अराम के राजा रसोन और दूसराएल के राजा रमलियाह का बेटा फिकः यरूसलम पर लड़ने चढ़े और उन्हों ने अाखज को घेर लिया परन्त जीत न सके । ६। उसी समय अराम के राजा रसौन ने समरून के लिये ग्रेलात फर लिया और यहूदियों को साल से खेद दिया और अरामी झैलात को आये और आज लो उस में बस्ते हैं। ७। और आखज़ ने असूर के राजा तिगलत पिलासर पाम दूत के द्वारा से कहला भेजा कि मैं तेरा सेवक और तेरा बेटा से श्रा और मुझे अराम के राजा के हाथों से और इमराएल के राजा के हाथ से जो मुझ पर चढ़ आये हैं कुड़ा। ८। और आखज़ ने सोना चान्दी जो परमेश्वर के मन्दिर में और राजा के घर के भंडारों में धा लेके असर के राजा के लिये भेंट भेजी ॥ | और अनूर के राजा ने उन का बचन माना क्योंकि असर का राजा दमिशक के विरोध में चढ़ गया और उसे ले लिया और