पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७९०

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७८४ राजाबली [ (२३ पर्व तराजपा ने यश २३ ई.सवां पचे। ब राजा ने भेज के यहूदाद और यरूसलम के सारे माचोनों को २। और राजा और यहूदाह के सारे लोग और यरूसलम के सारे निवामौ और याजकों और भविष्यवक्ता और सारे लोग छोटे से बड़े लो परमेश्वर के मन्दिर को उस के संग चढ़ गये और बाचा को पस्तक के बचन को जो परमेश्वर के मन्दिर में पाया गया था उम ने उन्हें पढ़ सुनाया ।। ३ । परमेश्रर का पौछा करने को और उस की आज्ञा को और उस को साक्षियों को और उम की विधिन को और अपने सारे मन और सारे जोर से पालन करने को इस बाचा के बचन को जो इस पस्तक में लिखा है राजा ने खंभ के लग खड़ा हो के परमेश्वर के आगे बाचा वांधी और सारे लोग इस बाचा पर खड़े हुए। ४ ! फिर राजा ने मधाम याजक खि लकियाह को और दृमरौ पातो के याजकों को चार द्वारपालों को अाज्ञा किई कि परमेश्वर के मन्दिर में से सारे पान जा बअल के लिय और कज के और सारी खर्गीय सेनाओं के लिये बनाये गये थे बाहर निकलवाये और उन ने यरूमलम के बाहर विदरूम के खेतों में उन्ह जना दिया और उन कौरा को बतएल में पहुंचा दिया। ५ । और उन देव पजक याजको को जिन्हें यह दाह के राजा ने यहूदाह के नगरों के ऊंचे स्थानों में और यरूसस्नम के चारों चोर के स्थानों में धप जन्माने के लिश ठहराया था उन सब समेत जो बअल के और सूर्य के और चद्रमा के और नक्षत्रों के और खर्गीय सारी सेनाओं के लिये धप जलाते थे रोक लिया है। और बुह उस अशतरुत को परमेश्वर के मन्दिर से निकाल के यरूमलन के बाहर किदरून के नाले पर लाया और उसे दिरून के नाले पर जला दिया और उसे लताड़ के बुकनौ किया और उस बुकना को लोगों के सन्तान की समाधि पर फेक दिया॥ ७ ॥ और उम ने गाडुनों के घरो का जा परमेश्वर के घर से मिले हुए थे जिन में स्तिया कंज के लिये चंघट बनतियां धौं ढा दिया । ८। और उस ने यहूदाह के सारे नगरों के थानको को एक किया ऊंचे स्थानों को जहां याजको ने सगन्ध जलाया