पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७९७

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२५ पच में से एक उन्हें पकड़ २ पुस्तक। को चारों शारजाल के कार्य और अनार सब पीतल के चार इन्हीं के समान दूसरे खंभ में जानियों का काम था। २८। और प्रधान याजक शिरायाह को और तृमरे याजक मफनियाह को और तीनों द्वारपालों को निज सेना का अध्यक्ष ले गया। और उस ने नपुंसक को लिया जा याड़ो पर था उन में से पांच जन राजा के सन्मुख रहते थे और नगर में पाये गये थे और सेना के अध्यक्ष लेखक को जो देश के लोगों की गिन्नी करता था और दश के साट जन को जो नगर में पाये गये लिया॥ २० । और निज सेना का अध्यक्ष नबुमरबहान के बाबुल के राजा पास रिबन में ले गया॥ २१। और बाबुल के राजा ने हमात देश रिबता में उन्हें घात किया से यहूदाह अपने देश से निकाला गया। २२। और जो लोग यहूदाह के देश में रह गये थे जिन्हें बाबुल के राजा नवखुनजर ने छोड़ा था उन पर उम् ने आज्ञाकारी साफन के बेटे अखिकाम के बेटे जिनियाह को उन का प्रधान किया । २३ । और जब सेनाओं के प्रधानों ने और उनके लोगों ने सुना कि बाबुल के राजा ने जिदलयाह को अध्यक्ष किया तो नतानियाह का बेटा इसमअरेस और करीह का बेटा यूहानान नतूफानी तनहमन का बेटा शिरायाह और एक मकाती का बेटा याजानिया अपने लोगो समेत मिसफा में जिदल याह पास श्राय ॥२४ । और जिद लयाह ने उन से और उन के लोगों से किरिया खाके कहा कि कादवा के सेधक होने से मन डरो देश में बसे और बाबुल के राजा की सेवा करो और उस में तुम्हारी भलाई होगी॥ २५ । परंतु सातवें मास में एमा त्रा कि इलौसमः के बेटे ननियाह का बेटा इसमअऐल जो राजा के बंश से था आया और उस के साथ हम जम और जिदनयाह को और उन यहूदियों को और कसदियों के। जो उस के साथ मिस फा में थे प्राण से मारा॥ २६। तब सब लोग क्या छाटे क्या बड़े और सेनाओं के प्रधान उठे और मिस्र में भा रहे क्या कि वे कर्मादयों से डरते थे। २७ । और यह दाह का राजा ययकीन की बंधुबाई के मैं तीसव' बरम के बारह मास को सताई मी तिथि में ऐमा हुआ कि बाचुन्न का राजा अबौनमरूदक जिम बरम राज्य करने लगा इस ने यहदाह के राजा