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मित्रभेद]
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के जोड़ में जा छिपा। मन्दविसर्पिणी जूँ चादर की तह में ही छिपी थी। सन्तरियों ने उसे देखकर पकड़ लिया और मसल डाला।"

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दमनक शेर से बोला—"इसीलिये मैं कहता हूँ कि संजीवक को मार दो, अन्यथा वह आपको मार देगा, अथवा उसकी संगति से आप जब स्वभाव-विरुद्ध काम करेंगे, अपनों को छोड़कर परायों को अपनायेंगे, तो आप पर वही आपत्ति आजायगी जो 'चंडरव' पर आई थी।

पिंगलक ने पूछा—"कैसे?"

दमनक ने कहा—"सुनो—