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मित्रभेद]
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वाले कूट-कपटी लोग फिर किन्हीं दूसरे झूठे बहानों से उसके मन में मेरे लिये ज़हर भर देंगे और मेरे वध का उपाय करेंगे, जिस तरह गीदड़ और कौवे ने मिलकर ऊँट को शेर के हाथों मरवा दिया था।

दमनक ने पूछा—"किस तरह?"

संजीवक ने तब ऊँट, कौवों और शेर की यह कहानी सुनाई—