पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/२०५

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82 PAULACARIO 449 सामीरनिवालिनिट। 2032. 449 परिष्वज्य हनूमन्तम् । 19 24. 450 ताव दसागणु वरुणहाँ पुरोहि, 450 ततोऽसौ युगपत पुत्रः वरुणस्य समावृतः। बेदिउ चन्दु जेम जीमुत्तेहि ॥ 20 6 7. आदित्य इव गर्जद्भिः प्रावृषेण्यबलाहकः। 19 47. VP. दहबयणो वरुणस्स सुएहि वेडिओ मेहेहि व दिवसयरो पाउसका। 1924 451 दुग्याएं गवि मेहहुँ मेल्लावियउ। 2079 451 महारयसमीरेण धनसबा इव । 19 53. 452 संवेवि विजा-लाले। 208 1-2 452 कविलालपाशेन विद्यारचितमूर्तिना आकर्षत् । 1955. 453 ताम पधाइट वरुणु। 2082 453 तं दृष्टाxx अभ्याजगाम वरुणः। 19 57. 454 तहिं भवमरे पवणाय-सारेंxxx 454 तावत् पुत्रशतं तस्य बद्ध पवनसूनुना । xxxणिय-लाले वेवि धरिय कुमार । 19 60. 20 9 8-9 VP.गिण्डइ वरुणस्स नन्दणा हणुओ। 1928. 455 णिय गन्दण-वन्धणेण स-फरणहाँ, 455 श्रुन्वा पुत्रशतं बद्धं वरुणः शोकविहलः । पहरणु हत्थे ण लग्गइ वरुणहों, विद्यास्मरणनिर्मुक्तो बभूव श्लथविक्रमः xx रावणेण xxx परिउ राणें। रावणःxxइमं क्षिप्रं जग्राह रणकोविदः। 1962. 20 10 1-2 VP. रावणो वि बन्धइ वरुणं। 1928. 456 कोकावेप्पिणु वरुणु दसासें । 26 11 3 456 आनाय्य वरुणोऽवाचि रावणेन । 1989. 457 मरणु गहणु जउ सम्वहाँ वीरहौं। 457 द्वयमेव रणे वीरैः प्राप्यते xxx। णवर पलावणेण लजिजह । 20 11 4-5 ग्रहणं मरणं वाऽपि कातरैश्च पलायितुम् । 1991. 458 तासु मिडइ जो सो जि भयाणउ । 458 तवात्र लोके मूढो जनो तिष्ठति वैरभावे । 20118 1993. 459 तुहुँ महु राणउ। 459 स्वामी त्वमस्माकम् । 1997. 460 महु सुय णामें सबबइ, 460 गृहाण तन्मे सुतi xxx करि ताएँ समाणउ पाणिग्गहणु। 20 119 सत्यवतीति नाना। 1999. VP. हणुयस्स देइ कन्नं सच्चमई नाम नामेणं । 1932. 461 विजह पउमराय सुग्गीवें, 461 (a) सुप्रीवसंशस्य xxx तनूजा खरेंण मणकुसुम xxx, xxxपग्रगा। 19 108-119. णल-णीलहि धीय सिरिमालिणि, (b) विवाहःxxx विनिर्मितः । 19 126. पट्ट सहास एम परिणेप्पिणु। (c) ददौ समीरप्रभवाय कन्यां अनङ्गपुष्पेति xxx गतां प्रसिद्धिम। 19 102-103. 20128-10. (d) अनल: xxx हरिमालिनी xxx ददौ xxx हनूमते। 19 105. (e) इति क्रमेणाम्य बभूव याषितां पर सहस्राद् गणनम् । 19 106. VP.(a) हणुयस्स xxx दिना कमा मणकुसुमत्ति नामेगं । नलेण दिया कन्ना हरिमालिणि त्ति नामेणं। 1934-36. (b) दुहियं xx सुग्गीवो नामेण पउमराग 1 37. (c) हणुएण वरतण सा परिणीया। 1941 (d) एवं सहस्समेगं जायं हणुयस्स पवरमहिलाणं । 19 42,