पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/२३१

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पउमवरित [क०८,१-९,०९,१-८ [८] अमर-कुमाहिँ सहुँ कीलन्तहों पुषहुँ वीस लक्ख लङ्घन्तहों ॥ १ एक-दिवसें गय पय कूवारें 'देवदेव मुझे भुक्खा-मारें ॥२ जाहँ पसाएं अम्हे धण्णा ते कप्पयरु सब उच्छपणा ॥३ एचहि को उवाउ जीवेवऍ" भोयणे खाणे" पाणे परिहेवऍ॥४ तं णिसुणेवि वयणु जग-सारउ सयल-कलउ दक्खवइ भडारउ ॥५ अण्णहुँ" असि मसि किसि वाणिजउ अण्णहुँ विविह-पयारउ विजउँ ॥६ कइहिं दिणेहिँ" परिणाविउँ देविउ णन्द-सुणन्दाइउ सिय-सेविउ ॥ ७ सउ पुत्तहुँ उप्पण्णु पहाणहँ" भरह-वाहुवलि-अणुहरमाणहँ ॥८ ॥ पत्ता ॥ पुषहँ" लक्ख तिसहि गय रज्जु करन्तहों जावेहि । चिन्ता मणे उप्पण्ण सुरवइ-महरायहों ताहि ॥९ [O] तिहुअणे-जण-मण-णयण-पियारउ भोयासत्तर णिऍवि भडारउ ॥ १ 11 मणे चिन्ताविउ दससयलोयणु 'करमि किं पि वइरायहाँ कारणु ॥२ जेण करइ सुहि-सत्त-हियत्तणु जेण पवत्तई तित्थ-पवत्तणु ॥ ३ जेण सीलु वउ णियमु ण णासइ जेण अहिंसा-धम्मु पयासंइ' ॥४ एम वियप्पेंवि छण-चन्दाणण पुण्णाउस कोक्किय" णीलञ्जण ॥५ 'तिहुअणं-गुरुहें जाहि ओलग्गएँ णट्टारम्भु पदरिसहि अग्गएँ' ॥६ तं आएसु लहेंवि“ गय तेत्तहे" थिउ अत्थाणे" भडारउ जेत्तहे" ॥७ पाउजिऍहि पंउञ्जिउ तक्खणे गेउ वजु जं वुत्तउ लक्खणें ॥८ 8. 1 " कुमारहि, s कुमारे.. कीलंतहु. 3 " पुष्वहु, ७ पुषह, A पुव्वहं 4 5 लंघतहु. 57 °दिवसि. G15 मुय.75 'वारें. 8 : जाह.95 पसायं, A पसाइं. 10 A अम्हइं. 11A कम्पयर. 1: A उच्छिण्णा. 13 25 एवहि. 1.4 ? जीवेवट. 15A खाणि पाणि. 16 SA अण्णहु. 17 9 अण्णहु, अण्णहं. 185 वि विजउ 19 5 कइहि दिणिहि.20A परिणाविउं. 218 सुणंदावउ' 22 5 पुत्तेह, A पुत्तहं. 23_1' उप्पण्ण 24 s पहाणह. 25 °वाहुवलु. 26s अणुहरमाणह. 27 % पुठवह.28 8 जाविहि, A जावहि. 29 Ps मणि. 30 A तावहि. 9. 1s तिहुयण'. 2012 'भोगासत्तु. 3 A णियवि. 4 5 मण, A मणि. 55 सुवि पवत्तद. 7 पगासइ. 8 P विअप्पवि. वियप्पिव.9थण. 10 PS कोकिय. 11 P marginally corrected as णीलंजस, A नीलंजाण. 12 SA तिहुयण. 13 5 उलग्गइ. 14 s लहि वि. 15 5 तेत्तहिं, A तेत्तहो. 16 s थविउ भयाणे. 17 5 जेत्तहें. 18 P पाउजिएहि, S पावुजिएहिं, A पाउंजिएहि. [८] १ समयेन मरणेन वा. २ ताम्बूलादिभिः. [९] १ गीत-नृत्य-वादित्र-त्रय-कारकैः देवैः. २ प्रयुजितः(?) कृतः. ३ भरताङ्गशास्त्रे यथोक्तम्. 20 www