पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/४३८

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

INDEX VERBORUM -- 55 बामियाब 286वाणिज्यक 12 100, 15 6 2. 15 14 7; (+RE+ बाम 4 115gl. बाबाम. विहि+) मि 1 10 8, 24 2 to 2 बामद 168 वाया. 48,2 14 7, 16 5 11b, 17 5 3; 'वामीसिब 1468 यामिभित. 19 128,(+वि-"+) मि 1168, 'वार 2 16 10, 617, 1288, 142 16 13 5, 19 6 4, 19 8 4, 19 17 1द्वार (G. बार, वारण). 11b अपि (G.वि, य). वारकर726, 19 61 वारंवारस्. विडजाण 16 3 6 (noun fr. विउजा- वारिविवन्यन414 वारि-निवन्धन. विबुध्य्) विबोधन. बालवी517 बालक्रीडा. विडम्वण 374 विक्रिया, विकर्षणा magio बाली 14296 बालिका. power. Vबाल [वालय ; G. बाळदु]; 'विमोम 20 106 वियोग, -abs. बालेवि 78 10a. /वियट (He. IV 129; वि+से+पर)। 'पावणय.816 वामन enl. -pres. 3. 8. वियहइ 42 9agl. Vवावर [म्या+] become active; विघटते. -inf. वारबि (लग्गु) 12 9 8. वियडिवण्ण1081gl. विप्रतिपन विकृतिवर्णो वा. पावड 4569,°17 63° शबविशेष. वियह 14 9 6 [विदग्ध ] amorous per- याचार 1483 व्यापार. son, 'मस (ग) /वियप्प [वि+लप-कल्प] think, con- -pres. 8.8. वासह 339. sider; 'वास 4 11 7 [वर्ष] वर्षा shower. -abs. वियप्पॅबि 295. पासारत 9 9 9 [वर्षारात्र] वर्षा rainy /वियम्भ (वि+म्म); season (E. परसात. बरसात, बरसाद). -pres. 3. s. वियम्भइ 17 9 6; p. pa Vवाह [वाहय् ] enl. बियम्भियय 996. -pres. I. 8. बाहमि 11 52; imper. पिपलियय 15 6 1 विगलित enl. 2. 8. वाहि पाहि 17 62, 17 102 /विवस (बि+कस् ); abs. बावि 12 1 9a; p. p. enl. -pres. 3. pl. वियसम्ति 6 36. वाहिमव 8990. बिपावड 10 1 6, 1498 [व्यापृत] बाह [बाध्] -pass, pres. part. वाहिजमाण 18 बियारणा 117 1 [वितारणा] प्रतारिका. 114वाध्यमान. वियारियय 19 142 विदारित enl. 'बाह 1243 प्रवाह विवारय 275 विदारक वाह4 13 1 बाहक. विकण्य 4 11 2 [विकक्षक] ? बाह 2 16 1, 13 126 [पाहा ] बाहु. विक्षिण 17 57, enl. बिक्खिण्णय 154 वाहम्म 19105 बाष्पाम्भस. 90 [*विष्कीर्ण ] विकीर्ण (of. PSM. वि- बाहिर 18 796 म्याहत!gl. वृथा. enl. विखरिम and G. विश्वराई, विखेरवें). 9921 "विक्खेव 14 55 विक्षेप throwing. बाहिरन्तरुपरिष 17 12 6 बहिरन्तररुचरित ? विगम 12 5 10 gl. बियोग. वि 1 11 7, 8 12 7, 11 18 8, 16 5 विचिन्तमाण 168 2 [विचिन्तयत् ] विमृशत, 2, (बि) 1677, 16 12 7, 19 विच्छाय 52 2, 157 9a निस्तेजक. 18.2, (#MeTt) A3 119, 12 विशिय 2 12 4 वृद्धिक, व्याकुल-चित्त. .