पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/१४९

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अन्तिम अधिकार जन-सभा के हाथ में था जिसमे एथेंस का प्रत्येक नागरिक भाग ले मकता था और वोट दे सकता था। शासन के विभिन्न विभागों और न्यायालयों का काम प्रार्कोन तथा दूसरे अधिकारी संभालते थे। एथेंस मे ऐसा कोई अधिकारी न था जिसके हाथो में सर्वोच्च कार्यकारी अधिकार सौंप दिया गया हो। इस नये संविधान का निर्माण करके और बहुत-से आश्रितों को, जिनमे से कुछ वाहर से आये लोग थे और कुछ मुक्त हुए दास , नागरिक श्रेणी में प्रवेश देकर गोन-व्यवस्था की सस्थामो को सार्वजनिक जीवन से हटा दिया गया। वे निजी संस्थाएं और धार्मिक सोसाइटियां बनकर रह गयी। परन्तु उनका नैतिक प्रभाव , प्राचीन गोत्र-व्यवस्था काल के परम्परागत विचार और धारणाएं बहुत दिनो तक जीवित रही और बहुत धीरे-धीरे मिठी। राज्य की एक वाद की संस्था से यह बात स्पष्ट हो गयी। हम यह देख चुके हैं कि राज्य का एक आवश्यक गुण यह है कि वह एक ऐसी सार्वजनिक सत्ता है जो आम जनता से अलग होती है। उस समय एथेंस मे केवल एक मिलीशिया (जन-सेना ) और एक नो-सेना थी जिनके लिये सीधे जनता में से ही लोगों को भर्ती किया जाता था और जनता ही इन सैनिको को अस्त्र-शस्त्र से सुसज्जित करती थी। ये सेनायें बाहरी दुश्मनो से देश की हिफाजत करती थी और दासो पर, जो इस समय तक आवादी की बहुसंख्या बन गये थे, अंकुश रखती थीं। नागरिको के लिये यह सार्वजनिक सत्ता शुरू में केवल पुलिस के रूप मे प्रकट हुई। पुलिस उतनी ही पुरानी चीज है जितना पुराना राज्य है। यही कारण है कि अठारहवीं सदी के भोले फासीसी लोग civilized राष्ट्रों की नहीं, बल्कि policed राष्ट्रों की चर्चा किया करते थे (nations policées) । इस प्रकार, अपना राज्य स्थापित करने के साथ-साथ , एथेंसवासियों ने पुलिस की भी स्थापना कर डाली, जिसमे तीर-कमान से लैस पैदल और घुड़सवार दोनों तरह के सिपाही- दक्षिणी जर्मनी और स्विट्जरलैंड की भापा मे Landjager - थे। पर ये सारे सिपाही दास थे। एथेंस के स्वतंत्र नागरिक पुलिस के काम को इतना नीचा समझते थे कि खुद यह नीच काम करने के बजाय वे सशस्त्र दास के हाथो गिरफ्तार होना बेहतर समझते थे। यह पुरानी गोन-

शब्दश्लेष : police - सभ्य, police--पुलिस। -सं० १५१